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ICC Women’s World Cup: विश्व चैंपियन बनने के बाद हरमनप्रीत बोलीं- यह जीत टीम की हर सदस्य की है

ICC Women's World Cup: भारत ने दक्षिण अफ्रीका को हराकर रचा इतिहास, पहली बार जीता वनडे विश्व कप

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बीएस वेब टीम   
Last Updated- November 03, 2025 | 10:03 AM IST

ICC Women’s World Cup: नवी मुंबई में खेले गए आईसीसी महिला वनडे विश्व कप के फाइनल में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 52 रन से हराकर इतिहास रच दिया। कप्तान हरमनप्रीत कौर की अगुवाई में भारतीय टीम ने पहली बार आईसीसी ट्रॉफी जीती। हरमनप्रीत ने कहाए “पूरा श्रेय टीम को जाता है।”

मैच के बाद हरमनप्रीत ने कहा, “पूरा श्रेय टीम को, टीम की हर सदस्य को जाता है। हमने लगातार तीन मैच गंवाए थे, लेकिन हमें भरोसा था कि चीजें बदल सकती हैं। हमने खुद पर विश्वास रखा और सकारात्मक रहे। यह टीम इस जीत की हकदार थी।” उन्होंने बीसीसीआई और दर्शकों का भी धन्यवाद किया जो पूरे टूर्नामेंट में टीम के साथ खड़े रहे।

हरमनप्रीत ने कहा, ‘‘दक्षिण अफ्रीका ने काफी अच्छी बल्लेबाजी की। पर अंत में वे थोड़े घबरा गए, उसका हमने फायदा उठाया। फिर दीप्ति ने वो विकेट झटक लिए। ’’

दीप्ति शर्मा ने फाइनल में 58 रन बनाने के साथ पांच विकेट झटके। उन्हें टूर्नामेंट में 22 विकेट लेने के साथ 200 से अधिक रन बनाकर नया रिकॉर्ड कायम करके ‘प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट’ और शेफाली वर्मा को 87 रन बनाने के साथ दो विकेट चटकाने के लिए ‘प्लेयर ऑफ द फाइनल’ चुना गया।

शेफाली की गेंदबाजी बनी टर्निंग प्वाइंट

हरमनप्रीत ने बताया कि जब लौरा वोलवार्ट और सुने लुस शानदार बल्लेबाजी कर रही थीं, तब उन्होंने शेफाली शर्मा को गेंद थमाने का फैसला किया। उन्होंने कहा, “मैंने शेफाली से कहा कि एक ओवर डालो। उसने कहा, अगर गेंदबाजी करूंगी तो 10 ओवर डालूंगी। और वही मैच का टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ। उसे सलाम।”

दीप्ति शर्मा बनीं ‘प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट’

फाइनल में दीप्ति शर्मा ने बल्ले से 58 रन और गेंद से 5 विकेट लेकर शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने पूरे टूर्नामेंट में 22 विकेट झटके और 200 से अधिक रन बनाकर रिकॉर्ड कायम किया।

दीप्ति ने कहा, “यह सपने जैसा एहसास है। मैं यह ट्रॉफी अपने माता-पिता को समर्पित करती हूं। मैं हमेशा जिम्मेदारी का आनंद लेती हूं, चाहे किसी भी भूमिका में रहूं।”

शेफाली वर्मा का सपना हुआ पूरा

चोटिल प्रतिका रावल की जगह नॉकआउट में टीम में शामिल हुई शेफाली वर्मा ने कहा, “भगवान ने मुझे यहां कुछ करने के लिए भेजा था। यह अहसास शब्दों में नहीं बयां कर सकती। फाइनल बहुत खास था, सभी सीनियर ने कहा था – बस अपना गेम खेलो।” शेफाली ने फाइनल में 78 गेंदों में 87 रन बनाए और दो विकेट भी लिए।

स्मृति मंधाना ने कहा- “विश्व चैंपियन बनना अविश्वसनीय एहसास है”

उपकप्तान स्मृति मंधाना ने कहा, “यह अविश्वसनीय पल है। घरेलू सरजमीं पर विश्व कप जीतना बहुत अवास्तविक लग रहा है। पिछले 40 दिन सपने की तरह बीते। हमने कई बार निराशा झेली है, लेकिन आज मेहनत रंग लाई।”

दक्षिण अफ्रीका की कप्तान ने दी बधाई

दक्षिण अफ्रीका की कप्तान लौरा वोलवार्ट ने कहा, “हम अपनी टीम पर गर्व करते हैं, लेकिन भारत ने शानदार खेल दिखाया। दुर्भाग्य से हम जीत नहीं सके।” भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 7 विकेट पर 298 रन बनाए। लक्ष्य का पीछा करते हुए दक्षिण अफ्रीका की टीम कप्तान लौरा वोलवार्ट (101 रन) के शतक के बावजूद 45.3 ओवर में 246 रन पर ऑल आउट हो गई। दीप्ति शर्मा ने 39 रन देकर 5 विकेट, शेफाली ने 2 विकेट और श्री चरणी ने 1 विकेट लिया।

 

इनपुट: एजेंसियां

First Published : November 3, 2025 | 10:03 AM IST