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Pine Labs IPO से जुटाएगी ₹3,900 करोड़, प्राइस बैंड ₹210-221 प्रति शेयर तय; जानिए कब होगी लि​स्टिंग

Pine Labs IPO: एंकर निवेशकों के लिए बुकिंग एक दिन पहले 6 नवंबर से शुरू होगी। आईपीओ में जारी होंगे ₹2,080 करोड़ के फ्रे​श इ​क्विटी शेयर

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बीएस वेब टीम   
Last Updated- November 03, 2025 | 12:47 PM IST

Pine Labs IPO: फिनटेक कंपनी पाइन लैब्स (Pine Labs) ने अपने इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) के लिए प्रति शेयर ₹210 से ₹221 का प्राइस बैंड तय किया है। कंपनी का लक्ष्य ₹3,900 करोड़ जुटाने का है, जिससे उसे ₹25,300 करोड़ से ज्यादा का वैल्यूएशन मिलेगा। कंपनी की ओर से दी गई जानकरी के मुताबिक, यह आईपीओ 7 नवंबर को खुलेगा और 11 नवंबर को बंद होगा।

एंकर निवेशकों के लिए बुकिंग एक दिन पहले 6 नवंबर से शुरू होगी। इस आईपीओ में ₹2,080 करोड़ की फ्रे​श इ​क्विटी और ₹1,819.9 करोड़ का ऑफर फार सेल (OFS) शामिल है। OFS में 8.23 करोड़ शेयरों की बिक्री होगी।

इन निवेशकों की हिस्सेदारी घटेगी

OFS के अंतर्गत, पीक XV पार्टनर्स, एक्टिस, पेपाल, मास्टरकार्ड एशिया/पैसिफिक, टेमसेक (मैक्रिची इन्वेस्टमेंट्स), इन्वेस्को, मैडिसन इंडिया कैपिटल, लोन कैस्केड एलपी, सोफिना वेंचर्स एसए, और कंपनी के को-फाउंडर लोकवीर कपूर अपनी हिस्सेदारी बेचेंगे।

पाइन लैब्स आईपीओ से मिली रकम का इस्तेमाल कर्ज चुकाने, आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने, क्लाउड टेक्नोलॉजी, डिजिटल चेकआउट पॉइंट्स और वैश्विक विस्तार के लिए करेगी। कंपनी अपनी सहायक कंपनियों- Qwikcilver Singapore, Pine Payment Solutions (Malaysia) और Pine Labs UAE- में निवेश के जरिए विदेशी बाजारों में मौजूदगी बढ़ाएगी।

पहले कंपनी ने जून में दाखिल किए गए ड्राफ्ट पेपर्स के अनुसार, ₹2,600 करोड़ की नई शेयर पेशकश (फ्रेश इश्यू) और मौजूदा शेयरधारकों द्वारा 14.78 करोड़ शेयरों तक के अतिरिक्त ऑफर फॉर सेल (OFS) के माध्यम से पूंजी जुटाने की योजना बनाई थी।

कंपनी का टेक्नोलॉजी इंफ्रास्ट्रक्चर भारत के साथ-साथ मलेशिया, यूएई, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और अफ्रीका के कुछ हिस्सों में भी डिजिटल ट्रांजैक्शन और पेमेंट प्रोसेसिंग को सपोर्ट करता है।

क्या है कंपनी का बिजनेस मॉडल

नोएडा स्थित पाइन लैब्स एक डिजिटल पेमेंट और फिनटेक सॉल्यूशन देने वाली कंपनी है जो मर्चेंट्स, ब्रांड्स और फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस को सेवाएं देती है। FY2025 में कंपनी ने ₹11.42 लाख करोड़ का ग्रॉस ट्रांजैक्शन वैल्यू (GTV) 5.68 बिलियन ट्रांजैक्शनों के जरिए प्रोसेस किया।
जून 2025 तक इसके 9.88 लाख मर्चेंट्स, 716 ब्रांड्स, और 177 वित्तीय संस्थान इसके नेटवर्क से जुड़े हुए थे।

कंपनी के ग्राहकों में Croma और HDFC Bank जैसे बड़े नाम शामिल हैं। घरेलू बाजार में यह पेटीएम, रोजरपे, पेयू, फोनपे से मुकाबला करती है, जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसके प्रतिद्वंद्वी एडियन, शॉपिफाई और ब्लॉक हैं।

पाइन लैब्स का स्टॉक 14 नवंबर को लिस्ट हो सकती है। आईपीओ के लिए ए​क्सिस कैपिटल, मॉर्गन स्टैनली इंडिया, सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट इंडिया, जेपी मॉर्गन इंडिया और जेफरीज इंडिया लीड मैनेजर हैं। जबकि KFin Technologies रजिस्ट्रार है।

रेडसीयर रिपोर्ट (Redseer Report) के अनुसार, वित्त वर्ष 2025 में पाइन लैब्स भारत में ट्रांजैक्शन वैल्यू के आधार पर क्लोज्ड और सेमी-क्लोज्ड लूप गिफ्ट कार्ड्स जारी करने वाली सबसे बड़ी कंपनी थी। उसी वर्ष इसे डिजिटल चेकआउट पॉइंट्स पर अग्रणी डिजिटल अफोर्डेबिलिटी एनेबलर, शीर्ष पांच इन-स्टोर डिजिटल प्लेटफॉर्म्स में से एक और भारत कनेक्ट ट्रांजैक्शंस का प्रमुख प्रोसेसर भी माना गया।

First Published : November 3, 2025 | 12:36 PM IST