मुंबई में हुए बिज़नेस स्टैंडर्ड BFSI इनसाइट समिट 2025 में सेबी (SEBI) के चेयरमैन तुहिन कांत पांडे ने कहा कि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का IPO अब जल्द आने वाला है। उन्होंने कहा, “NSE का IPO अब हकीकत बनेगा,” जिससे निवेशकों में नई उम्मीद जाग उठी है।
NSE भारत का सबसे बड़ा शेयर बाजार (एक्सचेंज) है। यह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा इक्विटी एक्सचेंज और डेरिवेटिव ट्रेडिंग में नंबर वन है। वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ एक्सचेंजेज (WFE) के मुताबिक, 2024 के आखिर तक NSE को अनलिस्टेड शेयरों की कीमत के हिसाब से दुनिया में छठा स्थान मिला था। निवेशकों की दिलचस्पी भी तेजी से बढ़ रही है। जून 2025 तक NSE के पब्लिक शेयरहोल्डर 1.57 लाख तक पहुंच गए- जो मार्च के मुकाबले चार गुना ज्यादा हैं।
NSE के सीईओ और एमडी आशीष कुमार चौहान ने हाल ही में कहा कि कंपनी को अभी सेबी (SEBI) की मंजूरी (NOC) का इंतजार है। उन्होंने कहा कि अगर सब कुछ ठीक रहा तो NSE का IPO अगले संवत तक बाजार में आ सकता है। हालांकि, एक रिपोर्ट के मुताबिक निवेशकों को थोड़ा और इंतजार करना पड़ सकता है। मोतिलाल ओसवाल प्राइवेट वेल्थ की रिपोर्ट में कहा गया है कि IPO की आवेदन प्रक्रिया मार्च 2026 के आसपास शुरू हो सकती है।
रिपोर्ट के अनुसार, सेबी (SEBI) से मंजूरी (NOC) मिलने के बाद NSE को अपना DRHP (Draft Red Herring Prospectus) तैयार करने में करीब 4 से 5 महीने लग सकते हैं। इसके बाद नियमों की जांच (Regulatory Review) में लगभग 2 से 3 महीने और लग सकते हैं। अगर सब कुछ समय पर हुआ, तो NSE का शेयर बाजार में लिस्ट होना (BSE पर लिस्टिंग) चालू वित्त वर्ष (FY26) की चौथी तिमाही तक संभव है।
सेबी प्रमुख के बयान के बाद निवेशकों में नई उम्मीद और जोश देखा जा रहा है। बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि जब NSE का IPO आएगा, तो इससे भारतीय शेयर बाजार (कैपिटल मार्केट) को नई ताकत मिलेगी। भारत के वित्तीय बाजार की मज़बूती और पारदर्शिता की वजह से विदेशी निवेशकों का भरोसा भी बढ़ा है। इसी भरोसे से देश की अर्थव्यवस्था को और तेजी से बढ़ने की उम्मीद की जा रही है।