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भूराजनीतिक तनाव में राहत से शेयर बाजार में बढ़त, सेंसेक्स वापस 80 हजार के पार

बची हुई भारतीय कंपनियों के नतीजे, यूरोजोन और अमेरिका के आर्थिक आंकड़े और अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे अल्पावधि में बाजार को दिशा दे सकते हैं।

Last Updated- October 28, 2024 | 10:00 PM IST
stock market today

सहायक वैश्विक संकेतों के बीच देसी शेयर बाजारों में सोमवार को बढ़ोतरी दर्ज हुई। इसकी वजह ईरान पर इजरायल के सीमित हमले के बाद भूराजनीतिक तनाव में कमी आई है और तेल कीमतों में नरमी आई है। आईसीआईसीआई बैंक के बेहतर नतीजों (जिसका बेंचमार्क सूचकांकों में खासा भार है) ने भी सेंसेक्स को दो हफ्ते के सबसे अच्छे कारोबारी सत्र का तोहफा दिया।

कारोबारी सत्र के दौरान सेंसेक्स 1,138 अंक यानी 1.43 फीसदी तक चढ़कर 80,540 पर पहुंच गया था। हालांकि मुनाफावसूली के बीच उसने थोड़ी बढ़त गंवाई और अंत में यह 603 अंकों की बढ़त के साथ 80,005 पर टिका। यह 26 सितंबर के बाद की सबसे बड़ी बढ़त है।

निफ्टी-50 ने 158 अंकों की बढ़त के साथ 24,339 अंक पर कारोबार की समाप्ति की। यह 14 अक्टूबर के बाद की उसकी एक दिन में सबसे अच्छी बढ़त है। दोनों ही सूचकांकों ने पिछले पांच कारोबारी सत्रों में विदेशी निवेशकों की बिकवाली के बाद नुकसान के साथ कारोबार की समाप्ति की थी। सोमवार को विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने 3,228 करोड़ रुपये की बिकवाली की और उनकी मासिक बिकवाली 92,000 करोड़ रुपये पर पहुंच गई।

आईसीआईसीआई बैंक 2.96 फीसदी चढ़ा और सेंसेक्स व निफ्टी की बढ़त में उसका योगदान एक तिहाई रहा। निजी क्षेत्र के देश के दूसरे सबसे बड़े बैंक ने शनिवार को शुद्ध लाभ में सितंबर तिमाही में सालाना आधार पर 14.5 फीसदी की बढ़ोतरी की जानकारी दी थी और उसका मुनाफा 11,746 करोड़ रुपये रहा।

बैंक के मुनाफे को गैर-ब्याज आय, शुल्क आय और ट्रेजरी लाभ में खासी बढ़ोतरी से सहारा मिला। ब्लूमबर्ग के विश्लेषकों ने शुद्ध लाभ 10,952 करोड़ रुपये रहने का अनुमान जताया था।

जियोजित फाइनैंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा कि बैंकिंग दिग्गजों मसलन एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक के अच्छे आंकड़ों के चलते गुणवत्ता वाले उन शेयरों की ओर बढ़ने का रुझान बना रह सकता है जहां मूल्यांकन अभी तक ठीकठाक हैं।

एफपीआई की लगातार बिकवाली और अग्रणी कंपनियों के निराशाजनक नतीजों से सेंसेक्स और निफ्टी पिछले चार कारोबारी सत्रों से टूट रहे थे। उच्च मूल्यांकन की चिंता ने इस बिकवाली को और बढ़ाया। निवेशकों के बीच तब राहत देखने को मिली जब इजरायल ने ईरान पर सीमित हमले के दौरान उसके परमाणु और तेल केंद्रों को निशाना नहीं बनाया।

ब्रेंट क्रूड की कीमतें 6.3 फीसदी घटीं और वह 71 डॉलर पर कारोबार कर रहा था। इजरायल और ईरान के बीच तनाव को देखते हुए पिछले हफ्ते ब्रेंट 4 फीसदी चढ़कर 76 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया था।

बची हुई भारतीय कंपनियों के नतीजे, यूरोजोन और अमेरिका के आर्थिक आंकड़े और अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे अल्पावधि में बाजार को दिशा दे सकते हैं।

बाजार में चढ़ने व गिरने वाले शेयरों का अनुपात सकारात्मक रहा और 2,524 शेयर चढ़े जबकि 1,475 में गिरावट आई। आईसीआईसीआई बैंक के अलावा एमऐंडएम और इन्फोसिस ने सेंसेक्स की बढ़त में योगदान दिया। आईसीआईसीआई बैंक के अलावा निफ्टी-50 के शेयरों में सबसे ज्यादा श्रीराम फाइनैंस में बढ़त दर्ज हुई जो 5.4 फीसदी चढ़ा।

First Published - October 28, 2024 | 9:47 PM IST

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