कच्चे माल की कीमतों में नरमी के बीच, कच्चे तेल से जुड़ी कंपनियों के शेयरों में पिछले एक साल में शानदार तेजी आई है। संबंधित कंपनियों के शेयर इस अवधि में 99 प्रतिशत तक चढ़े जबकि सेंसेक्स में 14 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई।
हालांकि विश्लेषकों का मानना है कि इन दोनों क्षेत्रों के मूल्यांकन में तेजी की वजह से इनकी रेटिंग में कमी को बढ़ावा मिल सकता है।
IDBI Capital के शोध प्रमुख ए के प्रभाकर का कहना है, ‘पेंट और टायर कंपनियों के लिए वित्त वर्ष 2023 की मजबूत जनवरी-मार्च तिमाही के बावजूद हमारा मानना है कि सकारात्मक बदलावों का असर कीमतों पर दिख चुका है। हमें महंगे मूल्यांकन की वजह से इन शेयरों में अल्पावधि गिरावट आने का अनुमान है। जहां पेंट कंपनियों का औसत मूल्यांकन पिछले 12 महीनों के मुकाबले करीब 55 गुना पर है, वहीं टायर निर्माता कंपनियों के शेयर 12 महीने पिछली अवधि के 33 गुना पर कारोबार कर रहे हैं।’
तुलनात्मक तौर पर, औसत मूल्यांकन ऐतिहासिक तौर पर पेंट के लिए 36 गुना से नीचे और टायर शेयरों के लिए 12 गुना से नीचे पहुंच गया है। विश्लेषकों का मानना है कि इसके अलावा पेंट क्षेत्र में बढ़ती प्रतिस्पर्धा की वजह से संभावित कीमत टकराव से दीर्घावधि में दबाव पड़ सकता है।
HDFC Securities में रिटेल रिसर्च के प्रमुख दीपक जसानी का कहना है कि जहां पेंट उद्योग का मध्यावधि परिदृश्य मजबूत रहेगा, वहीं मूल्यांकन की वजह से दीर्घावधि में रेटिंग में कमी की आशंका है।
वित्तीय प्रदर्शन
वित्त वर्ष 2023 की मार्च तिमाही में, एशियन पेंट्स (Asian Paints), बर्जर पेंट्स (Berger Paints) और कनसाई नैरोलैक (Kansai Nerolac ) ने एक साल पहले के मुकाबले 12.8 प्रतिशत तकी की राजस्व वृद्धि दर्ज की है, जबकि शुद्ध मुनाफा वृद्धि 401 प्रतिशत तक रही।
जिंस कीमतों से जुड़ी लागत में नरमी से पेंट कंपनियों को चौथी तिमाही में अपना एबिटा मार्जिन 5 प्रतिशत तक बढ़ाने में मदद मिली। इसमें कच्चा तेल (सालाना आधार पर 50 प्रतिशत कम), और टाइटेनियम डाई ऑक्साइड (28 प्रतिशत कम) में नरमी से इन कंपनियों को राहत मिली।
इस बीच, टायर कंपनियों अपोलो टायर्स (Apollo Tyres), सिएट (Ceat), और जेके टायर (JK Tyre) का समेकित शुद्ध लाभ कम उत्पादन लागत और मजबूत मांग की वजह से चार गुना बढ़ गया। दूसरी तरफ, परिचालन से राजस्व 12 प्रतिशत तक बढ़ गया।
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इसके बावजूद, ब्रोकर इन दोनों क्षेत्रों पर सतर्क बने हुए हैं, और उन्होंने संबंधित क्षेत्रों के शेयरों के लिए कीमत लक्ष्य घटाए हैं।
ICICI Securities के विश्लेषकों का कहना है कि जहां बर्जर पेंट्स का अल्पावधि परिदृश्य मजबूत बना हुआ है वहीं ज्यादा विज्ञापन खर्च के जरिये बाजार भागीदारी पुन: बढ़ाने के लिए कंपनी के प्रयासों से अल्पावधि में मार्जिन पर दबाव पड़ेगा।
ब्रोकरेज फर्म ने लिखा है, ‘हमारा मानना है कि शेयर भाव में तेजी मौजूदा मूल्यांकन (वित्त वर्ष 2025 की अनुमानित EPS के 48.7 गुना) पर सीमित है। इसलिए, हमने 547 रुपये के संशोधित कीमत लक्ष्य के साथ ’घटाएं’ रेटिंग बरकरार रखी है।
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इसके अलावा, एचडीएफसी सिक्योरिटीज के विश्लेषकों ने कनसाई नैरोलैक के लिए वित्त वर्ष 2024/वित्त वर्ष 2025 के ईपीएस अनुमान 3.3 प्रतिशत या 4.1 प्रतिशत तक घटाए हैं।
नुवामा होल्डिंग्स के विश्लेषकों द्वारा सिएट की रेटिंग घटाकर ‘होल्ड’ की है, क्योंकि वित्त वर्ष 2024 का मार्जिन में तेजी बनाए रखने के लिए उत्पादन लागत मिश्रित (फरवरी 2023 से रबर कीमतों में 7 प्रतिशत की तेजी) और स्थानीय कंपनियों से प्रतिस्पर्धा बढ़ाने की जरूरत होगी।