PSU Stocks to Buy: शेयर बाजार में मंगलवार (3 दिसंबर) को शानदार तेजी है। बेंचमार्क इंडेक्स में आधा फीसदी से ज्यादा का उछाल है। पीएसयू शेयरों में भी अच्छी रिकवरी देखने को मिल रही है। बाजार की इस तेजी के बीच ब्रोकरेज हाउसेस ने दो दिग्गज PSU Stocks कोल इंडिया (Coal India) और NMDC को निवेश के लिए चुना है। इन स्टॉक्स में आगे 42 फीसदी तक अपसाइड देखने को मिल सकता है।
ब्रोकरेज फर्म एंटिक स्टॉक ब्रोकिंग ने महारत्न पीएसयू शेयर कोल इंडिया पर खरीदारी की सलाह दी है। साथ ही प्रति शेयर टारगेट प्राइस 598 रुपये रखा है। 2 दिसंबर 2024 को स्टॉक 422 पर बंद हुआ था। इस तरह मौजूदा भाव से स्टॉक में आगे करीब 42 फीसदी का अपसाइड देखने को मिल सकता है।
ब्रोकरेज हाउस का कहना है, कोल इंडिया (COAL) के वॉल्यूम ग्रोथ पर नजर है। कंपनी का नवंबर में प्रोडक्शन वॉल्यूम 67 मीट्रिक टन और ऑफटेक वॉल्यूम 63 मीट्रिक टन रहा। चालू वित्त वर्ष के पहले आठ महीने (8MFY25) प्रोडक्शन और ऑफटेक वॉल्यूम में सालाना आधार पर 2 फीसदी की ग्रोथ दर्ज की गई। मॉनसून के चलते पिछली दो तिमाहियों में प्रोडक्शन और ऑफटेक ग्रोथ पर दबाव देखने को मिल रहा।
ब्रोकरेज का कहना है कि वित्त वर्ष 2025 में 800 टन वॉल्यूम हासिल करने के लिए बचे चार महीनों में ऑफटेक में 14 फीसदी (YoY) की ग्रोथ हासिल करनी होगी। कंपनी ने 15.75 रुपये का अंतरिम डिविंडेंड (FY24 में अंतरिम डिविडेंड25.5 रुपये था ) का ऐलान किया है। स्टॉक फिलहाल अपने ऐतिहासिक औसत से नीचे कारोबार कर रहा है। स्टॉक की वैल्युएशन FY27 EV/EBITDA के 5.5x पर हैं। ई-ऑक्शन से वॉल्यूम ऑफटेक और मार्जिन में बूस्ट से स्टॉक को सपोर्ट मिलेगा। आयातित कोयले की कीमतें स्थिर हैं और यह कोल इंडिया के ई-ऑक्शन रियलाइजेशन के लिए पॉजिटिव है।
ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल ने माइनिंग सेक्टर के नवरत्न स्टॉक NMDC पर BUY रेटिंग दी है। टारगेट प्राइस 280 रुपये प्रति शेयर रखा है। 2 दिसंबर 2024 को शेयर 232 पर बंद हुआ था। मौजूदा भाव से स्टॉक आगे निवेशकों को करीब 21 फीसदी का शानदार रिटर्न दे सकता है।
ब्रोकरेज फर्म का कहना है कि भारत की क्रूड स्टील उत्पादन क्षमता वित्त वर्ष 2030-31 तक 30 करोड़ टन तक पहुंचने की संभावना है, जिससे आयरन ओर की मांग करीब 43.5-44.5 करोड़ टन तक बढ़ेगी। एनएमडीसी का मार्केट शेयर करीब 16 फीसदी है और इस बढ़ती मांग का लाभ उठाने के लिए अच्छी स्थिति में है।
ब्रोकरेज के मुताबिक, एनएमडीसी ने उत्पादन क्षमता को वित्त वर्ष 2029-30 तक करीब 10 करोड़ टन तक बढ़ाने के लिए अलग-अलग प्रोजेक्ट्स में कैपैक्स की योजना बनाई है। इसमें माइनिंग क्षमता में बढ़ोतरी और नई खदानों का अधिग्रहण शामिल है।
मौजूदा बाजार मूल्य पर, एनएमडीसी वित्त वर्ष 2026 के लिए 4.5x EV/EBITDA के वैल्युएशन पर ट्रेड कर रहा है। मोतीलाल ओसवाल ने 6x सितंबर 2027E EV/EBITDA के आधार पर 280 रुपये के टारगेट प्राइस तय किया है।
ब्रोकरेज का कहना है कि एनएमडीसी के लिए बढ़ती प्रतिस्पर्धा बड़े रिस्क में से एक है। वित्त वर्ष 2016 से अब तक 100 से ज्यादा आयरन ओर ब्लॉकों की नीलामी की जा चुकी है, और जब ये खदानें चालू होंगी, तो सप्लाई में इजाफा होगा, जिससे एनएमडीसी के लिए प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी। इसके अलावा, एनएमडीसी कुछ चुनिंदा कस्टमर्स पर ज्यादा निर्भर है, जिससे एक बिजनेस रिस्क बन जाता है।
(डिस्क्लेमर: यहां शेयर में निवेश की खरीदारी ब्रोकरेज ने दी है। बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)