facebookmetapixel
हाई स्ट्रीट में मॉल से भी तेज बढ़ा किराया, दुकानदार प्रीमियम लोकेशन के लिए दे रहे ज्यादा रकमत्योहारों में ऑनलाइन रिटर्न्स में तेजी, रिवर्स लॉजिस्टिक्स कंपनियों ने 25% से ज्यादा वृद्धि दर्ज कीबिहार विधानसभा चुनाव में धनकुबेर उम्मीदवारों की बाढ़, दूसरे चरण में 43% प्रत्याशी करोड़पतिबिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण की वोटिंग मंगलवार को, नीतीश सरकार के कई मंत्रियों की किस्मत दांव परफूड कंपनियों की कमाई में क्विक कॉमर्स का बढ़ा योगदान, हर तिमाही 50-100% की ग्रोथRed Fort Blast: लाल किले के पास कार में विस्फोट, 8 लोगों की मौत; PM मोदी ने जताया दुखपेरिस की आईटी कंपनी कैपजेमिनाई भारत में करेगी 58,000 भर्तियां, 3.3 अरब डॉलर में WNS का अधिग्रहण कियासड़क हादसे में मौतें 30 वर्ष में सबसे ज्यादा, प्रति 1 लाख की आबादी पर 12.5 मौतें हुईंछोटी कारों को छूट पर नहीं बनी सहमति, SIAM ने BEE को कैफे-3 और कैफे-4 मसौदे पर अंतिम टिप्पणियां सौंपीJK Tyre का लक्ष्य अगले पांच वर्षों में निर्यात हिस्सेदारी को 20% तक पहुंचाने का, यूरोपीय बाजारों पर फोकस

एक साल में 330% मुनाफा देने वाली कंपनी का 35 फीसदी घट गया प्रॉफिट, 739 करोड़ का पाया ऑर्डर मगर धड़ाधड़ गिरे शेयर

RVNL Q1 Results 2025: RVNL का रेवेन्यू भी Q1FY25 में 26.6 फीसदी घटकर 4073.8 करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछले साल की जून तिमाही (q1fy24) में यह 5,571.6 करोड़ रुपये रहा था।

Last Updated- August 08, 2024 | 7:10 PM IST
railway

RVNL Share Price: एक साल में करीब 330 फीसदी का रिटर्न देने वाली कंपनी के शेयरों में आज भारी गिरावट देखने को मिली। कंपनी के शेयर आज NSE पर 565.05 रुपये पर ओपन हुए मगर इंट्रा डे ट्रेड के दौरान इस रेल कंपनी ने जून तिमाही के नतीजे (Q1FY25 Results) जारी किए और फिर शेयरहोल्डर्स ने बिकवाली करनी शुरू कर दी। कंपनी के शेयर आज 4.65 फीसदी की गिरावट के साथ 539.50 रुपये पर क्लोज हुए। जबकि दिन में ट्रेड के दौरान यानी इंट्रा डे ट्रेड में 531.40 के लो लेवल तक चले गए थे। ऐसे में आइये सबसे पहले जानते हैं कंपनी की तिमाही फाइनेंशियल परफॉर्मेंस के बारे में…

दरसअल, भारत सरकार की रेलवे के तहत आने वाली कंपनी रेल विकास निगम लिमिटेड ने आज यानी 8 अगस्त को वित्त वर्ष 25 की जून तिमाही के परिणाम (RVNL Q1 Results 2025) घोषित किए। रिजल्ट के बारे में जानकारी देते हुए कंपनी ने शेयर बाजार को बताया कि जून तिमाही में उसका कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर (RVNL consolidated net profit YoY) 34.7 फीसदी कम होकर 223.9 करोड़ रुपये हो गया है। जबकि पिछले साल की समान अवधि (Q1FY24) में यह 343.1 करोड़ रुपये रहा था। कंपनी का जून तिमाही का रिजल्ट एनालिस्ट्स की उम्मीदों पर भी नहीं खरा उतरा। ब्लूमबर्ग के एनालिस्ट्स का मानना था कि कंपनी को 394 करोड़ रुपये का नेट मुनाफा दर्ज करेगी।

RVNL का रेवेन्यू भी Q1FY25 में 26.6 फीसदी घटकर 4073.8 करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछले साल की जून तिमाही (q1fy24) में यह 5,571.6 करोड़ रुपये रहा था।

RVNL के कुल खर्च (Total Expenses) में भी भारी कमी देखने को मिली। कंपनी ने जून तिमाही के दौरान कुल 4,036.50 करोड़ रुपये खर्च किए, जबकि पिछले साल की समान अवधि में ये खर्च 5,374.02 करोड़ रुपये रहा था।

मॉर्जिन और एबिटा मार्जिन भी घटा

RVNL का एबिटा (कामकाजी मुनाफा) भी 48 फीसदी घटकर 181.05 करोड़ रुपये रह गया। साथ ही साथ, इसका मॉर्जिन Q1FY24 के 6.26% के मुकाबले Q1FY25 में घटकर 4.45% हो गया।

मिला है 739 करोड़ रुपये का ऑर्डर, मगर शेयरों में भारी गिरावट

हाल ही में RVNL ने शेयर बाजार को बताया था कि उसे हिमाचल प्रदेश सरकार से करीब 739 करोड़ रुपये का ऑर्डर मिला है। मगर आज उसके शेयरों में गिरावट देखने को मिली। हालांकि, यह गिरावट सिर्फ आज की नहीं रही, पिछले एक सप्ताह का डेटा देखा जाए तो RVNL की शेयर प्राइस करीब 10% गिर गई है। हालांकि, पिछले एक महीने में RVNL के शेयरों में करीब 9.5 फीसदी का उछाल आया है। RVNL के शेयरों में निवेश करने वाले निवेशकों को 6 महीने में करीब 92 फीसदी और 3 महीने में लगभग 100 फीसदी रिटर्न यानी मुनाफा मिला है। बता दें कि मौजूदा समय में RVNL की मार्केट कैप (m-cap) 1,12,486.83 करोड़ रुपये है।

जानें 739 करोड़ रुपये के ऑर्डर के बारे में

29 जुलाई 2024 को RVNL ने शेयर बाजार को बताया कि उसे हिमाचल प्रदेश सरकार की तरफ से करीब 739 करोड़ रुपये का ऑर्डर मिला है। कंपनी इस प्रोजेक्ट को 2 साल यानी 224 महीने में पूरा करेगी।

ऑर्डर की डिटेल के मुताबिक, RVNL संशोधित सुधार-आधारित और रिजल्ट-लिंक्ड, वितरण क्षेत्र योजना के तहत हिमाचल प्रदेश के सेंट्रल जोन में डिस्ट्रीब्यूशन इंफ्रास्ट्रक्चर के डेवलपमेंट का काम करेगी।

क्या करती है RVNL, जानें इसके बारे में

RVNL भारत सरकार के तहत आने वाली मिनीरत्न कंपनी है। RVNL का काम रेल इंफ्रास्ट्रक्चर से संबंधित परियोजनाओं के प्रोजेक्ट डेवलपमेंट, फाइनेंशिंग और कार्यान्वयन को सफलतापूर्वक शुरू करना और एग्जीक्यूट करना है।

कंपनी यह भी व्यवस्था करती है कि प्रोजेक्ट्स के लिए कहां से कितना पैसा लाना है। इस उद्देश्य के लिए, RVNL वित्तीय संस्थानों, बैंकों, घरेलू बाजार और द्विपक्षीय और बहुपक्षीय फंडिंग एजेंसियों से संपर्क साधती है। कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट के मुताबिक, आरवीएनएल को पिछले 5 सालों में से 4 बार रेलवे PSE में पहली रैंक दी गई है।

First Published - August 8, 2024 | 6:57 PM IST

संबंधित पोस्ट