Stock to buy: भारतीय शेयर बाजारों में गुरुवार (30 अक्टूबर) को जोरदार गिरावट रही। फेडरल रिजर्व की तरफ से ब्याज दरों में कटौती के बावजूद सेंसेक्स और निफ्टी50 लाल निशान पर बंद हुए। दरअसल, फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल के बयान ने बाजार की उम्मीदें तोड़ दीं। उन्होंने कहा कि दिसंबर में दर घटाना तय नहीं है। यानि आगे राहत की कोई गारंटी नहीं है। निवेशकों को उम्मीद थी कि लगातार दर कटौती से बाजार में पैसा बढ़ेगा। लेकिन पॉवेल के बयान के बाद बाजार की धारणा कमजोर पड़ गई।
बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच ब्रोकरेज हॉउस नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने तिमाही नतीजों के बाद महारत्न पीएसयू कंपनी भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) पर दमदार आउटलुक दिया है। ब्रोकरेज का कहना है कि वित्त वर्ष 2026-27 में कंपनी के मार्जिन में मजबूत सुधार देखने को मिलेगा।
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नुवामा ने भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स पर अपनी रेटिंग को ‘BUY’ पर बरकरार रखा है। साथ ही ब्रोकरेज ने स्टॉक पर अपने टारगेट प्राइस बढ़ाकर 353 रुपये कर दिया है। पहले यह 335 रुपये था। इस तरह, शेयर मौजूदा भाव से 35 फीसदी का रिटर्न दे सकता है। भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स के शेयर गुरुवार को 261 रुपये पर बंद हुए।
ब्रोकरेज का कहना है कि हम अपनी ‘खरीदें’ (BUY) रेटिंग बरकरार रखते हैं क्योंकि हमें उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2025-26 कंपनी के लिए एक सुधार का वर्ष साबित होगा। इस दौरान पुराने कम-मार्जिन वाले प्रोजेक्ट्स पूरे हो जाएंगे। इससे वित्त वर्ष 2026-27 में मार्जिन में मजबूत सुधार देखने को मिलेगा। यह सुधार नए ऑर्डर्स की तेजी और बेहतर ऑपरेटिंग लीवरेज के चलते संभव होगा।
ब्रोकरेज के अनुसार, बीएचईएल ने 1,630 मेगावाट की क्षमता वाले प्रोजेक्ट ‘यादाद्री टीपीएस’, ‘खुर्जा एसटीपीपी’ और ‘पुनातसंगचू-II एचईपी’ को सफलतापूर्वक कमीशन किया है। हमें उम्मीद है कि बीएचईएल वित्त वर्ष 2026 में अपने ज्यादातर पुराने कम-मार्जिन प्रोजेक्ट्स को पूरा कर लेगा। इसका मतलब है कि वित्त वर्ष 2027 में हाल के दो वर्षों में मिले नए ऑर्डर्स के तेज एग्जीक्यूशन की संभावना बढ़ेगी। साथ ही, पुराने प्रोजेक्ट्स के पूरे होने से कैश फ्लो में सुधार की भी उम्मीद है।
भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स ने बुधवार को सितंबर तिमाही के नतीजों का एलान किया। कंपनी ने बताया कि जुलाई-सितंबर तिमाही में कंसोलिडेट नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर तीन गुना होकर 374.89 करोड़ रुपये हो गया। इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में यह 106.15 करोड़ रुपये था। कंपनी का रेवेन्यू सालाना आधार पर 14 प्रतिशत बढ़कर 7,512 करोड़ रुपये हो गया। कर्मचारी लाभ और अन्य खर्चों में सालाना आधार पर 260 और 310 आधार अंकों की गिरावट के चलते रेवेन्यू बढ़ा। तिमाही के दौरान कंपनी की कुल आय बढ़कर 7,686.41 करोड़ रुपये हो गई, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 6,695.37 करोड़ रुपये थी।
(डिस्क्लेमर: यहां शेयर में निवेश की सलाह ब्रोकरेज ने दी है। बाजार में निवेश जोमिखों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)