सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के आंकड़े उम्मीद से बेहतर रहने और अमेरिका में मुद्रास्फीति नरम पड़ने के कारण आज देसी शेयर बाजार उछल पड़े। बेंचमार्क सूचकांकों ने एक महीने में सबसे बड़ी एक दिनी बढ़त दर्ज की और नई ऊंचाई पर बंद हुए।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स 1,245 अंक या 1.72 फीसदी उछाल के साथ 73,745 अंक पर बंद हुआ। इससे पहले 15 जनवरी को वह 73,328 अंक के रिकॉर्ड पर बंद हुआ था। नैशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 356 अंक या 1.6 फीसदी चढ़कर 22,339 पर बंद हुआ। इस साल यह छठा सत्र है, जब निफ्टी नई ऊंचाई पर बंद हुआ। यह बेंचमार्क सूचकांकों के लिए लगातार तीसरी साप्ताहिक बढ़त थी।
गुरुवार को जारी जीडीपी आंकड़ों के मुताबिक विनिर्माण एवं निर्माण क्षेत्र में जबरदस्त गतिविधियों के बीच दिसंबर तिमाही में अर्थव्यवस्था 8.4 फीसदी बढ़ी। यह पिछली छह तिमाहियों में सबसे ज्यादा वृद्धि थी और ज्यादातर अर्थशास्त्रियों के 6.6 फीसदी वृद्धि के अनुमान से काफी अधिक रही। चालू वित्त वर्ष के लिए आर्थिक वृद्धि का अनुमान भी 7.3 फीसदी से बढ़ाकर 7.6 फीसदी कर दिया गया है।
मॉर्गन स्टैनली ने एक नोट में कहा, ‘जीडीपी में उछाल की मुख्य वजह शुद्ध अप्रत्यक्ष कर है और सकल मूल्य वर्द्धन के मामले में रुझान उम्मीद के मुताबिक ही रहा। वृद्धि के मोर्चे पर हमारा नजरिया सकारात्मक है। इसे देश के भीतर मांग से रफ्तार मिल रही है।’
जीडीपी के आंकड़े में आधे से अधिक हिस्सेदारी रखने वाली निजी खपत में सुस्ती बरकरार है। दिसंबर तिमाही में यह 3.5 फीसदी बढ़ी, जबकि इससे पिछली तिमाही में यह आंकड़ा 2.4 फीसदी रहा था। निजी खपत में नरमी के बीच माना जा रहा है कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) फेडरल रिजर्व से पहले दरों में कटौती कर सकता है।
अवेंडस कैपिटल अल्टरनेट स्ट्रैटेजीज के सीईओ एंड्रयू हॉलैंड ने कहा, ‘निजी खपत में सुस्ती जारी रहेगी और सरकारी व्यय में गिरावट दिख सकती है। इसलिए जीडीपी भी लड़खड़ा जाएगा। आरबीआई ऐसे में फेडरल रिजर्व से भी पहले दरों में कटौती कर सकता है। बैंकों के लिए यह अच्छा रहेगा और इसीलिए आज बैंकिंग शेयर चढ़े। दरें घटीं तो उनका शुद्ध ब्याज मार्जिन बढ़ जाएगा।’
बैंक निफ्टी सूचकांक में आज 2.5 फीसदी तेजी आई।
अमेरिका में महंगाई के आंकड़े भी उम्मीद के मुताबिक रहे, जिससे निवेशकों में जोश आ गया। जनवरी में निजी उपभोग व्यय मूल्य सूचकांक में दिसंबर के मुकाबले 0.4 फीसदी और एक साल पहले के मुकाबले 2.8 फीसदी बढ़त दर्ज की गई। विश्लेषकों ने कहा कि अमेरिकी मुद्रास्फीति के आंकड़ों से उन लोगों को काफी राहत मिली है, जो आशंकित थे।
इस बीच सैन फ्रांसिस्को के फेडरल रिजर्व बैंक की अध्यक्ष मैरी डेली ने कहा कि अर्थव्यवस्था की मजबूती को देखते हुए कटौती की तत्काल कोई जरूरत नहीं है।
इधर बाजार विश्लेषकों का कहना है कि बाजार में आज की बढ़त को बरकरार रखना आसान नहीं होगा। अल्फानीति फिनटेक के सह-संस्थापक यूआर भट्ट ने कहा, ‘अनुकूल खबरें आने के कारण पैदा जोश में यह उछाल आई है। इसके बने रहने के आसार नहीं दिख रहे हैं और इसलिए धीरे-धीरे गिरावट दिख सकती है। मुझे नहीं लगता कि तेजी जारी रखने की गुंजाइश है।’
कारोबार के दौरान 2,366 शेयरों में बढ़त दर्ज की गई और 1,489 शेयरों में गिरावट आई। चार शेयरों को छोड़कर सेंसेक्स के सभी शेयर चढ़कर बंद हुए।
आईसीआईसीआई बैंक में 3.2 फीसदी और एचडीएफसी बैंक में 2.02 फीसदी बढ़त आई। अनंतिम आंकड़ों के अनुसार विदेशी निवेशकों ने 129 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे और घरेलू निवेशकों ने 3,814 करोड़ रुपये की लिवाली की।