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बाजार हलचल: निफ्टी में बढ़त पर बिकवाली का पैटर्न संभव, दिसंबर तिमाही के नतीजों का दिखेगा असर

अंतरराष्ट्रीय फंडों की स्थिति साल 2023 में रिटर्न के लिहाज से उम्दा रही लेकिन वह नए निवेश जुटाने में नाकाम रहे। ये फंड मुख्य रूप से अमेरिकी इक्विटी में निवेश करते हैं।

Last Updated- January 07, 2024 | 9:29 PM IST
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Stock Market: बेंचमार्क नैशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी-50 इस हफ्ते बिकवाली का सामना कर सकता है। विश्लेषकों न कहा कि दिसंबर तिमाही के नतीजों की घोषणा (जो इस हफ्ते शुरू होने की संभावना है) के बीच कुछ घबराहट की आशंका है। इसके अलावा लाल सागर में तनाव और अमेरिका में मजबूत आर्थिक आंकड़े से मार्च में ब्याज कटौती की धुंधली संभावना की पृष्ठभूमि में वैश्विक संकेतक प्रतिकूल हो रहे हैं।

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के खुदरा शोध प्रमुख दीपक जसानी ने कहा कि पिछले हफ्ते निफ्टी-50 नई ऊंचाई नहीं बना पाया। साथ ही लार्जकैप में बढ़त पर बिकवाली जारी रह सकती है। व्यापक बाजारों का प्रदर्शन बेहतर बना रहेगा। निफ्टी-50 के लिए समर्थन का स्तर 21,500 व 21,350 होगा जबकि प्रतिरोध का स्तर 21,800 है।

ज्योति सीएनसी का जीएमपी 23 फीसदी

मंगलवार को खुलने जा रहे ज्योति सीएनसी के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम का ग्रे मार्केट प्रीमियम (जीएमपी) अपनी निर्गम कीमत से 23 फीसदी ऊपर है। कंपनी ने आईपीओ का कीमत दायरा 315 से 331 रुपये प्रति शेयर तय किया है। इस आईपीओ में 1,000 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी होंगे और कोई ओएफएस नहीं होगा।

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कंपनी इस रकम का इस्तेमाल कर्ज चुकाने और कार्यशील पूंजी की जरूरतों में करेगी। कंपनी मेटल कटिंग कंप्यूटर न्यूमेरिकल कंट्रोल (सीएनसी) मशीन का विनिर्माण करती है। यह साल 2024 का पहला आईपीओ होगा। साल 2023 में 57 आईपीओ के जरिये कुल 49,434 करोड़ रुपये जुटाए गए।

2023 में अंतरराष्ट्रीय फंडों का रिटर्न ऊंचा

अंतरराष्ट्रीय फंडों की स्थिति साल 2023 में रिटर्न के लिहाज से उम्दा रही लेकिन वह नए निवेश जुटाने में नाकाम रहे। ये फंड मुख्य रूप से अमेरिकी इक्विटी में निवेश करते हैं। जनवरी से नवंबर की अवधि में निवेशकों ने विदेशी फंडों से शुद्ध रूप से 2,016 करोड़ रुपये निकाले।

मिरे ऐसेट एमएफ के एनवाईएसई फैंग प्लस ईटीएफ ने साल 2023 में 96 फीसदी रिटर्न दिया पर उसने अंतरराष्ट्रीय निवेश सीमा के उल्लंघन से बचने के लिए अपने ज्यादातर अंतरराष्ट्रीय पेशकश में नया निवेश लेने पर रोक लगा दी।

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एमएफ उद्योग ने साल 2022 की शुरुआत में 7 अरब डॉलर के अंतरराष्ट्रीय निवेश की सीमा करीब-करीब पूरी कर ली थी। तब से उन्हें नया निवेश तभी लेने की इजाजत है जब निवेश निकासी (रिडम्पशन) से निवेश के लिए नई गुंजाइश बने। करीब-करीब सभी अंतरराष्ट्रीय पंड साल 2023 में कुछ महीनों की निकासी के बाद आवेदन के लिए खुले।

First Published - January 7, 2024 | 9:29 PM IST

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