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विदेशी निवेशकों का शेयर बाजार में निवेश का सिलसिला जारी; जनवरी के पहले सप्ताह में डाले 4,800 करोड़ रुपये

2024 में अमेरिका में ब्याज दरों में लंबे समय तक गिरावट की उम्मीद है, जिससे एफपीआई अपनी खरीदारी बढ़ाएंगे।

Last Updated- January 07, 2024 | 12:51 PM IST
FPI Trend: Continuous selling by foreign investors stopped, buyers became buyers after two months, pumped Rs 15,446 crore into the market विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली का दौर थमा, दो महीने बाद बने खरीदार, बाजार में झोंके 15,446 करोड़ रुपये

विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) का भारतीय शेयर बाजारों में लिवाली का सिलसिला जारी है। देश की मजबूत आर्थिक बुनियाद को लेकर आशान्वित एफपीआई ने जनवरी के पहले सप्ताह में शेयर बाजारों में करीब 4,800 करोड़ रुपये डाले हैं।

डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार, समीक्षाधीन अवधि में FPI ने ऋण या बॉन्ड बाजार में भी 4,000 करोड़ रुपये लगाए हैं।

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा कि 2024 में अमेरिका में ब्याज दरों में लंबे समय तक गिरावट की उम्मीद है, जिससे एफपीआई अपनी खरीदारी बढ़ाएंगे।

खासकर आम चुनावों से पहले नए साल के शुरुआती महीनों में उनका निवेश बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि इसके अलावा 2024 में ऋण बाजार में भी एफपीआई का प्रवाह अच्छा रहने की उम्मीद है।

आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने इस महीने (पांच जनवरी तक) भारतीय शेयरों में 4,773 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया है। इससे पहले दिसंबर में उन्होंने शेयरों में 66,134 करोड़ रुपये और नवंबर में 9,000 करोड़ रुपये डाले थे।

मॉर्निंगस्टार इन्वेस्टमेंट रिसर्च इंडिया के एसोसिएट निदेशक – प्रबंधक शोध हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा कि एफपीआई का ताजा प्रवाह ऐसे समय में आया है जब निवेशक पिछले सप्ताह किनारे पर रहे और उन्हें फेडरल रिजर्व की बैठक के ब्योरे का इंतजार था।

फिडेल फोलियो के स्मॉलकेस प्रबंधक और संस्थापक किस्लय उपाध्याय ने कहा, ‘‘भारत के घरेलू निवेशकों का निरंतर प्रवाह, चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के अच्छे सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के आंकड़े, कंपनियों के मजबूत तिमाही नतीजे और बैंकों की अच्छी सेहत विदेशी निवेशकों को भारतीय बाजार की तरफ आकर्षित कर रही है।’’

कुल मिलाकर बीते साल यानी 2023 एफपीआई ने भारतीय बाजारों में 2.4 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया है। इसमें से 1.71 लाख करोड़ रुपये का निवेश शेयरों में 68,663 करोड़ रुपये का ऋण या बॉन्ड बाजार में रहा है।

First Published - January 7, 2024 | 12:51 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)

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