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बैंकिंग शेयरों में तेजी से सेंसेक्स और निफ्टी की गिरावट रुकी, लेकिन साप्ताहिक नुकसान जारी

14 महीने में साप्ताहिक नुकसान का सबसे लंबा सिलसिला, इस महीने एफपीआई ने की 9 अरब डॉलर की बिकवाली

Last Updated- October 18, 2024 | 11:26 PM IST
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बैंकिंग शेयरों में तेजी से बेंचमार्क सेंसेक्स और निफ्टी को तीन दिन से चली आ रही गिरावट को रोकने में मदद मिली। हालांकि यह बढ़ोतरी इतनी नहीं थी कि साप्ताहिक नुकसान की भरपाई हो सके। लिहाजा, सेंसेक्स और निफ्टी ने लगातार तीसरे सप्ताह नुकसान दर्ज किया। अगस्त 2023 के बाद साप्ताहिक नुकसान का यह उनका सबसे लंबा सिलसिला है।

सेंसेक्स ने शुक्रवार को 218 अंकों की बढ़त के साथ 81,225 पर कारोबार की समाप्ति की। निफ्टी-50 104 अंक चढ़कर 24,854 पर बंद हुआ। सप्ताह में सेंसेक्स 0.2 फीसदी गिरा जबकि निफ्टी 0.4 फीसदी। पिछले तीन हफ्ते में सेंसेक्स ने 5.1 फीसदी यानी 4,347 अंक गंवाए हैं जबकि निफ्टी में 1,325 अंकों की गिरावट आई है। यह नुकसान विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की अप्रत्याशित निकासी के बीच हुआ है।

शुक्रवार को एफपीआई ने 5,486 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। घरेलू संस्थागत निवेशक 5,215 करोड़ रुपये के शुद्ध खरीदार रहे। इस महीने एफपीआई ने अब तक देसी शेयरों से 77,000 करोड़ रुपये (9.2 अरब डॉलर) की निकासी की है जो किसी कैलेंडर माह का सर्वोच्च आंकड़ा है।

विशेषज्ञों ने कहा कि इस बिकवाली की बड़ी वजह यह है कि निवेशक भारत में बेचकर चीन के बाजार में निवेश कर रहे हैं जहां मूल्यांकन ललचाऊ हैं। अर्थव्यवस्था को उबारने के लिए चीन सरकार के प्रोत्साहन कदमों के कराण निवेशक चीन जा रहे हैं।

मजबूत आर्थिक आंकड़ों के बाद अमेरिकी ब्याज दरों में कटौती के परिदृश्य को लेकर अनिश्चितता ने निवेशकों की चिंता में इजाफा किया है। 10 वर्षीय अमेरिकी बॉन्ड का यील्ड 4.1 फीसदी पर कारोबार कर रहा है जिससे यह संदेह हो गया है कि केंद्रीय बैंक कितनी तेजी से नीति में नरमी लाएगा। सितंबर के अमेरिकी खुदरा बिक्री के आंकड़े इस हफ्ते जारी हुए जो अनुमान से ज्यादा रहे और अगस्त के 0.1 फीसदी के मुकाबले इनमें 0.4 फीसदी का इजाफा हुआ। बिक्री के आंकड़ों ने संकेत दिया कि अर्थव्यवस्था में नरमी का कोई संकेत नहीं मिल रहा है।

मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि हमें बाजारों के इसके आसपास ही टिके रहने की उम्मीद है क्योंकि वैश्विक संकेत मिलेजुले हैं और घरेलू संकेतकों का अभाव है। हालांकि शेयर विशेष की चाल तिमाही नतीजे से संचालित होगी।

बाजार में गिरने और चढ़ने वाले शेयरों का अनुपात मिलाजुला रहा और 2,014 शेयर गिरे जबकि 1,923 में इजाफा हुआ। आईसीआईसीआई बैंक 2.5 फीसदी उछला जबकि ऐक्सिस बैंक में 5.6 फीसदी का इजाफा हुआ और सेंसेक्स की बढ़त में इन दोनों का योगदान सबसे बड़ा रहा। इन्फोसिस का शेयर 4.6 फीसदी गिरा जो सेंसेक्स और ​निफ्टी के शेयरों में सबसे ज्यादा है।

कंपनी का शेयर इसलिए गिरा क्योंकि राजस्व में बढ़ोतरी का अनुमान बाजार की उम्मीदों से कम रहा। इन्फोसिस की गिरावट ने अन्य आईटी शेयरों में गिरावट को हवा दी और निफ्टी आईटी इंडेक्स 1.5 फीसदी गिर गया। हफ्ते के दौरान बजाज ऑटो के त्योहारी सीजन में मांग को लेकर बयान ने डिस्क्रिशनरी खर्च में नरमी को लेकर चिंता पैदा की जिससे ऑटो शेयरों में बिकवाली हुई।

जियोजित फाइनैंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि निजी बैंकों के शुरुआती नतीजे सकारात्मक रहे हैं जिससे उम्मीद बंध रही है कि सप्ताहांत में घोषित होने वाले वित्तीय नतीजे भी आशावादी होंगे। धातुओं ने बेहतर प्रदर्शन किया जिन्हें चीन की तीसरी तिमाही के जीडीपी आंकड़ों में उम्मीद से ज्यादा वृद्धि का लाभ मिला।

First Published - October 18, 2024 | 11:26 PM IST

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