facebookmetapixel
ITR Filing: 15 सितंबर तक भरना है इनकम टैक्स रिटर्न, डेडलाइन मिस की तो लगेगा भारी जुर्माना‘पूरा देश आपके साथ है’, हिंसा प्रभावित मणिपुर में बोले PM: अपने बच्चों के भविष्य के लिए शांति अपनाएंमिजोरम को मिला पहला रेलवे लाइन, राजधानी एक्सप्रेस से दिल्ली-आइजोल सीधा जुड़ा; PM ने दिखाई हरी झंडीUpcoming IPO: अगले हफ्ते में खुलेंगे इन कंपनियों के IPO, निवेशक रखें ध्यानघर खरीदने से पहले यह जानना जरूरी! RTMI या UC, कौन सा सही?Jio Financial चेयरमैन कामथ ने जताई खुदरा ऋण बढ़ने की चिंताअमेरिका के राजदूत गोर बोले- भारत में श्रम सुधार से बढ़ेगा व्यापार अवसरम्युचुअल फंड में महिलाओं और छोटे शहरों से निवेश पर डिस्ट्रीब्यूटर्स को मिलेगा बोनसइन्फोसिस के बाद अब टीसीएस और विप्रो भी ला सकती हैं शेयर बायबैक ऑफरUS टैरिफ से मुश्किल में इंडियन ऑटो पार्ट्स, मारुति सुजूकी MD ने बताई राह

शेयर बाजार में बड़े सुधार! SEBI बोर्ड ने IPO नियमों में दी ढील, विदेशी निवेशकों के लिए सिंगल विंडो सिस्टम शुरू

यह बैठक SEBI प्रमुख तुहिन कांता पांडे की अध्यक्षता में हुई, जो मार्च 2025 से इस पद पर हैं; यह उनकी तीसरी बोर्ड बैठक थी

Last Updated- September 12, 2025 | 7:21 PM IST
SEBI
प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो

SEBI Board Meeting 2025: शेयर बाजार रेगुलेटर SEBI ने शुक्रवार को अपनी बोर्ड बैठक में कई बड़े सुधारों को मंजूरी दी। इन सुधारों का मकसद IPO नियमों को आसान करना, विदेशी निवेशकों के लिए निवेश की राह सरल करना और पब्लिक इश्यू में एंकर निवेशकों के लिए नया ढांचा तैयार करना है। यह बैठक SEBI प्रमुख तुहिन कांता पांडे की अध्यक्षता में हुई, जो मार्च 2025 से इस पद पर हैं। यह उनकी तीसरी बोर्ड बैठक थी।

SEBI ने बड़े कंपनियों के लिए IPO के न्यूनतम नियमों में ढील देने का फैसला किया। साथ ही, इन कंपनियों को मिनिमम पब्लिक शेयरहोल्डिंग नियमों को पूरा करने के लिए ज्यादा समय देने की मंजूरी दी गई। इससे बड़ी कंपनियों को बाजार में उतरने में आसानी होगी।

Also Read: Jane Street vs SEBI: SAT ने जेन स्ट्रीट की अपील स्वीकार की, अगली सुनवाई 18 नवंबर को

विदेशी निवेशकों के लिए सिंगल विंडो सिस्टम

SEBI ने विदेशी निवेशकों के लिए भारतीय शेयर बाजार में हिस्सा लेना और आसान कर दिया। कम जोखिम वाले विदेशी निवेशकों के लिए सिंगल विंडो एक्सेस की शुरुआत की गई है। इस कदम से नियमों का पालन करना आसान होगा और भारत निवेश के लिए और आकर्षक बनेगा।

साथ ही, SEBI ने IPO में एंकर निवेशकों के लिए शेयर आवंटन का ढांचा बदलने का फैसला किया। इससे वैश्विक फंड्स के लिए IPO को और आकर्षक बनाने की कोशिश की गई है।

बाजार की बुनियादी संस्थाओं, जैसे स्टॉक एक्सचेंज, के लिए भी SEBI ने गवर्नेंस ढांचे में बदलाव को मंजूरी दी। अब इन संस्थानों को दो कार्यकारी निदेशक (एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर्स) नियुक्त करने होंगे। इससे इनके संचालन पर बेहतर निगरानी रखी जा सकेगी।

First Published - September 12, 2025 | 7:21 PM IST

संबंधित पोस्ट