रेल मंत्रालय के अधीनस्थ कंसल्टेंसी संगठन राइट्स लिमिटेड ने अपने एक करोड़ इक्विटी शेयर वाले आईपीओ को घरेलू शेयर बाजार में अनिश्चितता के मदद्देजनर फिलहाल टाल दिया है।
मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि जून के पहले सप्ताह में रेलवे बोर्ड और राइट्स के अधिकारियों के बीच आईपीओ की समीक्षा करने के लिए बैठक हुई जिसमें फिलहाल आईपीओ को टालने का फैसला किया गया।
बैठक में रेलवे के अधिकारियों ने कहा कि आईपीओ से पूर्व पूरे किए जाने वाले काम जो 30 जून से पहले पूरे कर लिए जाने थे, उसे निर्धारित समय पर पूरा करना संभव नहीं लगता है इसलिए आईपीओ को फिलहाल रोकने का फै सला किया गया है। इसके अलावा अधिकारियों ने बताया कि बाजार की खस्ता हालत की वजह से भी राइट्स के अधिकारियों ने आईपीओ को टालना ही बेहतर समझा।
राइट्स के प्रबंध निदेशक वी के अग्रवाल ने कहा कि पिछले कुछ महीनों से शेयर बाजार में अनिश्चितता का माहौल रहा है और हमें आशा थी कि स्थिति में सुधार आएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने आगे बताया कि बाजार में अनिश्चितता का माहौल लगातार बना रहा जिसे देखते हुए हमने इश्यू को फिलहाल टाल देने का फैसला किया।
एक इन्वेस्टमेंट बैंकर ने कहा कि अगर कोई कंपनी अपने आईपीओ का प्रस्ताव लेकर आती है तो उसे ऑडिटेड फाइनेंशियल रिजल्ट्स उपलब्ध कराना होता है जो180 दिन से ज्यादा पुराना नहीं होना चाहिए। राइट्स द्वारा अपने आईपीओ को टालने के बाद इसके लिए अब अपने 31 मार्च 2008 को समाप्त हुई तिमाही के परिणामों को सेबी के पास जमा प्रॉस्पेक्टस में फिर से रिवैलिडेट कराना होगा। मालूम हो कि राइट्स अपने आईपीओ के जरिए एक करोड़ नए इक्विटी शेयर जारी करने का प्रस्ताव रखा है।