नैशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने 2025 में नए थर्ड-पार्टी यूनाइटेड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) ऐप्लिकेशन को मंजूरी देने में अधिक सतर्कता बरती। सूत्रों के अनुसार, ऐसा अप्रैल में सिस्टम में आई गड़बड़ी की वजह से हुआ था और इसकी वजह एपीआई कॉल में अचानक हुई बढ़ोतरी थी।
रिटेल भुगतान से जुड़ी शीर्ष संस्था ने 2025 में 13 नए थर्ड-पार्टी यूपीआई ऐप को मंजूरी दी जिनमें से पांच केवल एक विशेष उपयोगकर्ता समूह के लिए सक्रिय थे। इसकी तुलना में 2024 में 18 नए ऐप पूरी तरह से लाइव हो गए थे। एक सूत्र के अनुसार, लगभग 20 थर्ड-पार्टी ऐप मंजूरी पाने के विभिन्न चरणों में हैं जो एनपीसीआई से पूर्ण अनुमति की प्रतीक्षा कर रहे हैं। ताजा डेटा के अनुसार यूपीआई तंत्र में 45 थर्ड-पार्टी ऐप्लीकेशन प्रदाता (टीपीएपी) हैं जो भुगतान सेवा प्रदाता (पीएसपी) बैंकों द्वारा संचालित हैं।
तंत्र को सुरक्षित बनाने के लिए नए ऐप्स को लेकर सावधानी बरती जा रही है ताकि भुगतान धोखाधड़ी पर लगाम लगे। एनपीसीआई के डेटा के अनुसार, 2023 तक नए टीपीएपी को मिलने वाली मंजूरी की संख्या दहाई से कम थी।