क्वांट म्युचुअल फंड (Quant Mutual Fund) के खासे निवेश वाली स्मॉलकैप कंपनियों के लिए शेयर बाजार में सोमवार का दिन मिला-जुला रहा क्योंकि फंड हाउस में फ्रंट रनिंग की जांच सामने आने के बाद यह पहला कारोबारी सत्र था।
क्वांट एमएफ (Quant MF) की 5 फीसदी या उससे ज्यादा हिस्सेदारी वाली ज्यादातर कंपनियों के शेयर लाल निशान या मामूली बढ़त के साथ बंद हुए। इसकी तुलना में निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स सोमवार को 0.1 फीसदी गिरकर बंद हुआ।
किसी बड़ी बिकवाली के मामले में स्मॉलकैप शेयर की कीमतें संवेदनशील होती हैं, जिसकी वजह उनका कम बाजार पूंजीकरण होती है। अगर क्वांट एमएफ योजनाओं की जांच के कारण निवेश निकासी (रीडम्पशन) में तेजी आती है तो क्वांट के ज्यादा निवेश वाले स्मॉलकैप शेयर दबाव में आ सकते हैं। विशेषज्ञों ने ये बातें कही।
स्टेबल इन्वेस्टर के संस्थापक और सेबी पंजीकृत निवेश सलाहकार देव आशिष ने कहा, अगर काफी निवेशक एक साथ बाहर निकलने का फैसला लेते हैं तो इससे रीडम्पशन का दबाव होगा और फंड के एनएवी पर नकारात्मक असर पड़ेगा। लो-फ्लोट शेयरों या मिडकैप व स्मॉलकैप शेयरों में बड़े निवेश वाले फंडों से निवेश निकासी के कारण बिकवाली का दबाव बढ़ सकता है।
क्वांट एमएफ ने रविवार को बयान जारी कर निवेशकों की चिंता दूर करने की कोशिश की है। निवेशकों को भेजे संदेश में क्वांट म्युचुअल फंड ने कहा, हम आपको आश्वस्त करना चाहते हैं कि क्वांट विनियमित इकाई है और हम समीक्षा के दौरान बाजार नियामक के साथ पूरी तरह से सहयोग के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम जरूरी समर्थन मुहैया कराएंगे और तय समय के साथ-साथ जरूरत के हिसाब से सेबी को आंकड़े मुहैया कराना जारी रखेंगे।
इसमें कहा गया है, हमारा प्राथमिक लक्ष्य अपरिवर्तित बना हुआ है : अपने मूल्यवान निवेशकों को जोखिम समायोजित बेहतर रिटर्न देना। क्वांट एमएफ पर आपका भरोसा हमारे लिए अहम है और हम पारदर्शिता बनाए रखने और नियामकीय मानकों के हिसाब से चलने के लिए समर्पित हैं।