म्युचुअल फंडों में अप्रैल में नई पीढ़ी की कंपनियों के शेयर ऐसे समय में खरीदे जब इनमें से ज्यादातर शेयर 52 हफ्ते के अपने-अपने निचले स्तर से काफी सुधर चुके हैं। पिछले महीने फंडों की तरफ से खरीदे गए 10 अग्रणी शेयरों में नाइका (Nykaa) व जोमैटो (Zomato) के शेयर शामिल रहे और इन दोनों फर्मों में म्युचुअल फंडों का निवेश 1,100 करोड़ रुपये से ऊपर हो गया। यह जानकारी नुवामा ऑल्टरनेटिव ऐंड क्वांटिटेटिव रिसर्च की रिपोर्ट से मिली।
काफी समय तक सुस्त रहने के बाद जोमैटो का शेयर अप्रैल में कुछ सुधरा। यह शेयर अप्रैल के आखिर में करीब 64 रुपये पर कारोबार कर रहा था, जो मार्च के आखिर में करीब 50 रुपये पर था। ज्यादातर ब्रोकरेज फर्मों ने इसे खरीद की रेटिंग दी है क्योंकि फूड डिलिवरी के क्षेत्र में उच्च वृद्धि की क्षमता है। मई में यह शेयर थोड़ा टूटा है क्योंकि ओएनडीसी (ONDC) को लेकर दीवानगी बढ़ी है, लेकिन विश्लेषकों को उम्मीद है कि सरकार समर्थित यह इकाई आने वाले समय में बहुत बड़ा खतरा नहीं बनेगी।
मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज की रिपोर्ट में कहा गया है, हम ONDC को जोमैटो के लिए संभावित खतरे के तौर पर देख रहे हैं, पर ऐसा तब होगा जब विभिन्न श्रेणियों में उसकी खासी पहुंच होगी। इससे ओएनडीसी को बेहतर कामयाबी मिल सकेगी। मौजूदा स्थिति में जोमैटो के आधारभूत मामले में बदलाव के लिए हमारे पास पर्याप्त सबूत नहीं हैं।
दूसरी ओर, नाइका का शेयर लगातार निचले स्तर को छू रहा है। सूचीबद्धता के बाद यह शेयर करीब 65 फीसदी गंवा चुका है। ब्रोकरों ने इसे बेचने की सलाह बरकरार रखी है, जिसकी वह कई तरह के अवरोध हैं।
हालिया नोट में एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने बढ़ती प्रतिस्पर्धा, अधिग्रहण की और लागत, उत्पाद मार्जिन में आ रही नरमी को नायिका के भविष्य पर आंच आने वाले कारक के तौर पर रेखांकित किया है। ब्रोकरेज ने इस शेयर की लक्षित कीमत 110 रुपये तय की है जबकि सोमवार को यह बीएसई पर 125.45 रुपये पर बंद हुआ।
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जेएम फाइनैंशियल जैसे कुछ ब्रोकरेज ने इस शेयर पर तेजी का नजरिया बरकरार रखा है और आगामी तिमाहियों में उसे कीमत दोगुनी होने का अनुमान है, जिसकी वजह मार्जिन में सुधार और उच्च राजस्व की रफ्तार है।
फंडों की अग्रणी खरीद में दो दवा कंपनियों Cipla व अभी-अभी सूचीबद्ध Mankind Pharma के शेयर शामिल हैं। Cipla में म्युचुअल फंडों का निवेश बढ़कर 560 करोड़ रुपये पर पहुंच गया जबकि इसका शेयर कैलेंडर वर्ष 23 में 13 फीसदी टूटा है। मैनकाइंड फार्मा में फंडों का निवेश अप्रैल के आखिर में 500 करोड़ रुपये रहा। नुवामा के आंकड़ों से यह जानकारी मिली।
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लगातार दूसरे महीने म्युचुअल फंडों की सबसे ज्यादा दिलचस्पी इन्फोसिस में बनी रही। मार्च में उन्होंने IT कंपनी के 1.76 करोड़ शेयर खरीदे थे जबकि अप्रैल में उनकी खरीदारी 1.28 करोड़ शेयरों की रही।