अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन ने रविवार को फिर से चेतावनी दी कि अगर लोन डिफॉल्ट को लेकर जल्द कोई समाधान नहीं निकाला गया तो अमेरिकी अर्थव्यवस्था में फिर मंदी आ सकती है। प्रशासन ने कहा कि अगर देश एक चूक करता है तो सोने के दाम यानी गोल्ड रेट में भी भारी इजाफा देखने को मिल सकता है। लोन डिफॉल्ट के कारण ऐसा माना जा रहा है कि गोल्ड रेट में करीब पांच हजार रुपये का इजाफा हो जाएगा और इसकी कीमत 65,000 के पार पहुंच जाएगी।
ऐसा पहली बार हो रहा है जब अमेरिका में लोन डिफॉल्ट होने की उम्मीद लग रही है। बाइडेन प्रशासन ने कहा कि अगर देश 15 जून तक इस समस्या का समाधान नहीं करता है तो इसका काफी बुरा खामियाजा भुगतना पड़ सकता है जैसे कि लाखों लोगों की नौकरी जा सकती है और आर्थिक मंदी भी आने की पूरी आशंका है। यह भी आशंका जताई जा रही है कि अगर लोन डिफॉल्ट होता है तो गोल्ड की प्राइस भी आसमान छूने लगेंगे।
क्या है मामला?
अमेरिका की विपक्षी पार्टी रिपब्लिकन यह चाह रही है कि अगर लोन की सीमा (debt ceiling) हटाई जाती है तो इसके बदले में बजट में कटौती की जाए। वहीं, सरकार का यह पक्ष है कि देश की आर्थिक स्थिति को देखते हुए किसी भी तरह का समझैता नहीं किया जाना चाहिए।
दोनों पार्टियों का यह विवाद अमेरिका में गहरा संकट खड़ा कर सकता है। अमेरिका के सरकारी अधिकारी और बैंकरों की तरफ से लगातार चेतावनी मिल रही है कि अगर इस डिफॉल्ट को लेकर सरकार कोई गंभीर कदम नहीं उठाती है तो फिर से वैश्विक मंदी का सामना करना पड़ सकता है।
अगर अमेरिका डिफॉल्ट से बचता है तो क्या ?
अगर रिपब्लिकन बाइडेन सरकार से सहमत हो जाते हैं और अमेरिका लोन डिफॉल्ट से बच जाता है तो गोल्ड प्राइस पर फैसला फेड पॉलिसी की मीटिंग पर निर्भर हो जाएगा। बता दें कि फेड पॉलिसी की मीटिंग जून में होने वाली है, जिसमें अनुमान लगाया जा रहा है कि यह गोल्ड प्राइस में करीब 0.15 फीसदी की कटौती कर सकता है। कुछ विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि फेड पॉलिसी रेट में कटौती न करके ब्याज दरों को स्थिर रख सकता है।
कैसे पड़ेगा भारत पर असर?
जानकारों का मानना है कि अगर अमेरिका डिफॉल्ट करता है तो वैश्विक मंदी आने की पूरी आशंका है और इसके साथ ही गोल्ड के रेट में भी भारी इजाफा आएगा। जिसका असर भारत में भी दिखने की पूरी संभावना है। लेकिन, अगर ऐसा नहीं होता और फेड पॉलिसी की मीटिंग में गोल्ड रेट तय किया जाता है तो इसमें मामूली गिरावट देखने को मिल सकती है।
इसके साथ ही भारतीय रिजर्व बैंक भी मौद्रिक नीति की समीक्षा (MPC) की बैठक जून में करेगा। RBI की MPC बैठक भी यह तय करेगी कि गोल्ड रेट पर कैसा असर पड़ने वाला है। जहां तक उम्मीद जताई जा रही है कि रिजर्व बैंक अगली बैठक में ब्याज दरों को दोबारा स्थिर रखेगा। बता दें कि अप्रैल में हुई RBI की MPC बैठक में यह फैसला लिया गया था कि रिजर्व बैंक रीपो रेट को 6.5 फीसदी पर बरकरार रखेगी।
वर्तमान में क्या है गोल्ड की स्थिति?
भारत सहित विदेशी बाजारों में भी सोने की स्थिति में मामूली बदलाव ही आ रहा है। आज की सर्राफा बाजार में विदेशी बाजारों में सोना तेजी के साथ 2,023 डॉलर प्रति औंस जबकि चांदी बढ़कर 24.26 डॉलर प्रति औंस हो गई। HDFC Securities के वरिष्ठ विश्लेषक सौमिल गांधी ने कहा कि अमेरिका में अमेरिका में कर्ज सीमा बढ़ाने और बैंक क्षेत्र के संकट की बढ़ती आशंकाओं के बीच सोमवार को विदेशी बाजार में सोने की कीमत में बढ़ोतरी देखने को मिली।
भारतीय बाजार में भी गोल्ड प्राइस में इजाफा देखने को मिला है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोमवार को सोने का भाव 370 रुपये बढ़कर 61,350 रुपये प्रति 10 ग्राम पहुंच गया।