Mirae Asset NFOs: म्युचुअल फंड हाउस मिरे एसेट इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स (इंडिया) ने दो नए एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) और दो फंड ऑफ फंड्स (FoF) लॉन्च करने की घोषणा की है। इन फंड्स का मकसद निवेशकों को दो अलग-अलग निवेश ऑप्शन देना है। पहला, IPO सेगमेंट और नए स्पिन-ऑफ कंपनियों में निवेश का एक स्ट्रक्चर्ड और डायवर्सिफाइड तरीका प्रदान करता है। वहीं, दूसरा ऑप्शन निवेशकों के लिए भारत की टॉप 200 कंपनियों में पैसा लगाने का सुनहरा अवसर लेकर आया है।
Mirae Asset BSE Select IPO ETF एक ओपन-एंडेड स्कीम है, जो BSE Select IPO Total Return Index को ट्रैक करेगी। वहीं, Mirae Asset BSE Select IPO ETF Fund of Fund उसी ETF में निवेश करने वाला एक फंड ऑफ फंड है। इसी तरह, Mirae Asset BSE 200 Equal Weight ETF BSE 200 Equal Weight Total Return Index को ट्रैक करेगा, जबकि Mirae Asset BSE 200 Equal Weight ETF Fund of Fund उसी ETF में निवेश करने वाली स्कीम होगी। इन नए फंड्स के जरिए निवेशक IPO बाजार और भारत की टॉप 200 कंपनियों में स्मार्ट तरीके से निवेश कर सकते हैं।
Mirae Asset BSE Select IPO ETF और Mirae Asset BSE 200 Equal Weight ETF के लिए न्यू फंड ऑफर (NFO) आज यानी सोमवार, 24 फरवरी 2025 से सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है। निवेशक 5 मार्च 2025 तक इन दोनों स्कीम में पैसा लगा सकते हैं। फंड हाउस के मुताबिक, यह स्कीम 11 मार्च 2025 से कंटिन्यू सेल और रिपरचेज के लिए दोबारा खुलेगी।
वहीं, Mirae Asset BSE Select IPO ETF Fund of Fund और Mirae Asset BSE 200 Equal Weight ETF Fund of Fund के लिए NFO मंगलवार, 25 फरवरी 2025 से सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा और 11 मार्च 2025 को बंद होगा। ये फंड्स 19 मार्च 2025 से से कंटिन्यू सेल और रिपरचेज के लिए फिर से उपलब्ध होंगे।
सभी चार स्कीमों के लिए न्यू फंड ऑफर (NFO) के दौरान मिनिमम निवेश ₹5,000 होगा। इसके बाद, निवेशक ₹1 के मल्टीपल में अतिरिक्त निवेश कर सकते हैं।
Mirae Asset BSE Select IPO ETF और इसकी फंड ऑफ फंड स्कीम निवेशकों को हाल ही में लिस्ट हुए IPOs और स्पिन-ऑफ कंपनियों में निवेश करने का एक स्ट्रक्चर्ड (structured) तरीका प्रदान करने का लक्ष्य रखती हैं। ये कंपनियां मार्केट कैप (MCap) के आधार पर टॉप 500 कंपनियों में शामिल हैं।
नई लिस्टेड कंपनियों को लिस्टिंग के 3 महीने बाद इंडेक्स में शामिल किया जाएगा, ताकि शुरुआती उतार-चढ़ाव (volatility) से बचा जा सके। डायवर्सिफिकेशन बनाए रखने के लिए हर स्टॉक पर 5% की सीमा लागू होगी। नई लिस्टेड कंपनियां 5 साल तक इंडेक्स में बनी रहेंगी, जिससे इंडेक्स शॉर्ट से मीडियम टर्म ग्रोथ ट्रेंड को फायदा उठा सके। एकता गाला और अक्षय उदेशी इस स्कीम के फंड मैनेजर हैं।
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पैसिव इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजी का उपयोग करते हुए, Mirae Asset BSE Select ETF और Fund of Fund निवेशकों को हाल ही में लिस्टेड शेयरों में पारदर्शी और किफायती तरीके से निवेश करने का अवसर प्रदान करता है। इसके साथ ही निवेशकों को व्यक्तिगत रूप से IPOs को ट्रैक करने के झंझट से छुटकारा भी मिलता है। इसके अलावा, हर तीन महीने में पोर्टफोलियो को रीबैलेंस (Quarterly Rebalancing) किया जाएगा, ताकि यह बदलते बाजार रुझानों के अनुसार संतुलित बना रहे और नई लिस्टिंग को सही समय पर शामिल किया जा सके।
मिरे एसेट इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स (इंडिया) के ETF प्रोडक्ट्स और फंड मैनेजर सिद्धार्थ श्रीवास्तव ने कहा, “IPO और स्पिन-ऑफ कंपनियां निवेशकों को ऐसे बिजनेस में निवेश करने का अवसर देती हैं, जिनमें ग्रोथ की बड़ी संभावनाएं हो सकती हैं या जो पहले से ही एक मजबूत बिजनेस मॉडल पर काम कर रही हैं। हालांकि, ऐसे नए लिस्टेड शेयरों में निवेश से हमेशा उम्मीद के मुताबिक रिटर्न मिले, यह जरूरी नहीं है, और इनमें कुछ जोखिम भी होता है। Mirae Asset BSE Select IPO ETF और Fund of Fund के जरिए, हम निवेशकों को एक ज्यादा स्ट्रक्चर्ड और डायवर्सिफाइड तरीका देना चाहते हैं, जिससे वे नई कंपनियों में लिस्टिंग के बाद स्मार्ट तरीके से निवेश कर सकें।”
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म्युचुअल फंड हाउस के मुताबिक, समान भार रणनीति (Equal Weight Strategy) का मतलब है कि BSE 200 Equal Weight Index में शामिल सभी कंपनियों में बराबर निवेश किया जाए। इसका उद्देश्य हर कंपनी को समान अवसर और समान एक्सपोजर देना है, ताकि वे संपत्ति (Wealth) बना सकें। यह स्ट्रैटेजी दुनियाभर में, खासकर पैसिव इन्वेस्टमेंट में काफी लोकप्रिय है।
Mirae Asset BSE 200 Equal Weight ETF और Fund of Fund इसी सिद्धांत पर काम करेगा, जहां BSE 200 Index की सभी 200 कंपनियों को समान भार (Equal Weightage) दिया जाएगा। इसमें 100 लार्ज कैप और 100 मिड कैप कंपनियां शामिल होंगी, जो भारतीय शेयर बाजार की प्रमुख इंडस्ट्रीज और बड़े बिजनेस लीडर्स को कवर करेंगी। यह स्ट्रैटेजी किसी एक स्टॉक पर अधिक निर्भरता को कम करने में मदद करेगी, जिससे निवेशकों के लिए जोखिम कम होगा।
एकता गाला और विशाल सिंह इन स्कीम्स के फंड मैनेजर हैं। समान भार वितरण (Equal Weight Distribution) के कारण, मार्केट कैप के लिहाज से 100 लार्ज कैप कंपनियों को कुल 50% वेटेज और 100 मिड कैप कंपनियों को भी 50% वेटेज मिलता है। लार्ज कैप कंपनियां बाजार में उतार-चढ़ाव के समय पोर्टफोलियो में स्थिरता बनाए रखने में मदद करती हैं। जबकि मिड कैप कंपनियां हाई ग्रोथ देने की क्षमता रखती हैं।
(डिस्क्लेमर: यहां NFO की डीटेल दी गई है। ये निवेश की सलाह नहीं है। म्युचुअल फंड में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)