टाटा कैपिटल का आईपीओ सोमवार को लगभग 40 प्रतिशत सबस्क्राइब हुआ। इस शेयर बिक्री में 4,200 करोड़ रुपये मूल्य के 12.9 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां प्राप्त हुईं जबकि प्रस्तावित शेयरों की संख्या 33.34 करोड़ थी। आईपीओ के संस्थागत निवेशक वाले हिस्से को 52 प्रतिशत, एचएनआई श्रेणी को लगभग 30 प्रतिशत और रिटेल को 35 फीसदी बोलियां मिलीं। आईपीओ के लिए करीब 7,00,000 आवेदन आए।
शुक्रवार को टाटा समूह की कंपनी ने एंकर निवेशकों को 4,641 करोड़ रुपये मूल्य के 14.24 करोड़ शेयर आवंटित किए थे। ये शेयर ऊपरी कीमत दायरे 326 रुपये प्रति शेयर के भाव पर आवंटित किए गए थे।
प्रमुख एंकर निवेशकों में भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) को 2.14 करोड़ से अधिक शेयरों का सबसे बड़ा आवंटन मिला जिससे लगभग 700 करोड़ रुपये की राशि निवेश हुई। अन्य प्रमुख म्युचुअल फंड (एमएफ) प्रतिभागियों में आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एमएफ, एचडीएफसी एमएफ, आदित्य बिड़ला सन लाइफ एमएफ और डीएसपी एमएफ शामिल थे। मॉर्गन स्टेनली, गोल्डमैन सैक्स और स्टेट ऑफ मिशिगन रिटायरमेंट सिस्टम जैसे विदेशी संस्थागत निवेशकों ने भी एंकर श्रेणी में बोलियां दी हैं। ऊपरी मूल्य दायरे पर टाटा कैपिटल का मूल्यांकन 1.38 लाख करोड़ रुपये बैठता है, जो उसकी बुक वैल्यू का 3.5 गुना है।
वेंचुरा सिक्योरिटीज ने एक नोट में कहा, ‘खुदरा और आवास क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करने और अच्छी परिसंपत्ति गुणवत्ता के साथ टाटा कैपिटल वृद्धि की रफ्तार बनाए रखने और भारत के विस्तारित वित्तीय तंत्र में अवसरों का लाभ उठाने के लिए अच्छी स्थिति में है।’
टाटा कैपिटल का 15,512 करोड़ रुपये का आईपीओ घरेलू बाजार में चौथा सबसे बड़ा और किसी गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ है।
इस आईपीओ में 6,846 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए जाएंगे। इनका इस्तेमाल कंपनी के पूंजी आधार को बढ़ाने के लिए किया जाएगा। प्रमोटर टाटा संस और इंटरनैशनल फाइनैंस कॉरपोरेशन (आईएफसी) 8,666 करोड़ रुपये के शेयर बेच रहे हैं। आईपीओ के बाद टाटा कैपिटल में प्रमोटर हिस्सेदारी 95.6 प्रतिशत से घटकर 85.5 प्रतिशत रह जाएगी।
टाटा कैपिटल का आईपीओ टाटा समूह का अब तक का सबसे बड़ा सार्वजनिक निर्गम है और नवंबर 2023 में टाटा टेक्नोलॉजीज के बाद लगभग दो दशकों में समूह का दूसरा आईपीओ है।