साइबर हमलों की आशंका के मद्देनजर नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) और बीएसई लिमिटेड ने अपनी वेबसाइटों को विदेशी उपयोगकर्ताओं के लिए अस्थायी रूप से प्रतिबंधित कर दिया है। मामले के जानकार तीन सूत्रों ने कहा कि इससे विदेशी निवेशकों की भारतीय बाजारों में कारोबार करने की क्षमता पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
एक सूत्र ने कहा कि यह निर्णय मंगलवार को एक्सचेंजों की संयुक्त बैठक के बाद लिया गया, जिसमें साइबर खतरों पर चर्चा की गई। मामले की गोपनीयता के कारण इस सूत्र ने अपना नाम नहीं छापने की गुजारिश की है। बीएसई के एक प्रवक्ता ने भी साइबर खतरों का उल्लेख किया, लेकिन यह नहीं बताया कि क्या एक्सचेंज को हाल में ऐसे किसी संकट का सामना करना पड़ा है।
दोनों प्रमुख एक्सचेंजों ने भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते संघर्ष की पृष्ठभूमि में यह कदम उठाया है। लेकिन सूत्रों ने यह नहीं बताया कि हाल के घटनाक्रमों का साइबर खतरे से क्या कोई सीधा संबंध है। एक अन्य सूत्र ने कहा कि समूचे हालात की संवेदनशीलता को देखते हुए एक्सचेंजों ने ये एहतियाती उपाय किए हैं। भारतीय बाजार सामान्य रूप से काम कर रहे हैं।
बीएसई के प्रवक्ता ने ईमेल जवाब में कहा, ‘महत्त्वपूर्ण बाजार संस्था होने के नाते बीएसई किसी भी संभावित साइबर खतरे से बचाव के लिए घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगातार निगरानी करता है।’ प्रवक्ता ने कहा, ‘साइबर ट्रैफिक की ऐसी निगरानी के आधार पर ही एहतियाती और सुरक्षात्मक उपाय के रूप में वेबसाइटों या लोकेशन को प्रतिबंधित किया जाता है।’ उन्होंने कहा कि मामला दर मामला उपयोगकर्ताओं के लिए वेबसाइट तक पहुंच की अनुमति दी जा रही है। एनएसई के प्रवक्ता ने एजेंसी के सवालों का तुरंत जवाब नहीं दिया।