अदाणी समूह शेयरों में क्वांटी म्युचुअल फंड का निवेश काफी हद तक अपरिवर्तित बना हुआ है, भले ही पिछले महीने के आखिर में समूह से जुड़ा विवाद पैदा हो गया था।
आंकड़े से पता चलता है कि 13 सक्रिय योजनाओं में से 11 के शेयरों की संख्या जनवरी 2023 के अंत में भी अदाणी पोर्ट्स औरअंबुजा सीमेंट में उतनी ही बनी हुई थी, जितनी कि दिसंबर 2022 में दर्ज की गई थी।
जनवरी के आखिरी कुछ दिनों में इन शेयर कीमतों में गिरावट से शेयरधारिता वैल्यू में बड़ी कमजोरी को बढ़ावा मिला। जिन योजनाओं में शेयरधारिता मजबूत रही, अदाणी पोर्ट्स और अंबुजा सीमेंट में निवेश की वैल्यू मासिक आधार पर 24 प्रतिशत घटकर जनवरी के आखिर में 950 करोड़ रुपये रह गई।
अदाणी समूह कंपनियों के शेयरों में शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट जारी होने के बाद से अरबों डॉलर की गिरावट आई है। क्वांट एमएफ के पोर्टफोलियो से मुख्य तौर पर जुड़ीं दो कंपनियों अदाणी पोर्ट्स और अंबुजा सीमेंट में गिरावट की वजह से योजनाओं में बड़े नुकसान को बढ़ावा मिला।
वैल्यू रिसर्च के आंकड़े से पता चलता है कि दिसंबर और जनवरी के अंत, दोनों अवधियों में अदाणी पोर्ट्स के 20 लाख शेयरों के स्वामित्व वाले क्वांट ऐक्टिव फंड का बाजार मूल्य 169 करोड़ रुपये से घटकर 127 करोड़ रुपये रह गया।
अदाणी पोर्ट्स के सर्वाधिक शेयर रखने के लिहाज से दूसरे नंबर पर रही योजना क्वांट टैक्स प्लान का मूल्यांकन 153 करोड़ रुपये से घटकर 115 करोड़ रुपये रह गया। दो योजनाओं की एनएवी जनवरी में 5.4 प्रतिशत और 5.6 प्रतिशत घटी।
क्वांट एमएफ की कई योजनाओं ने इस साल अब तक बाजार के मुकाबले कमजोर प्रदर्शन किया है। क्वांट एमएफ की दो योजनाएं ईएसजी इक्विटी और क्वांटामेंटल फंड जनवरी में अदाणी पोर्ट्स से बाहर हुई हैं।