सरकारी अस्पतालों में इलाज के लिए ऑनलाइन ओपीडी पंजीकरण में उत्तर प्रदेश सबसे आगे है। देशभर में पिछले दो वर्ष में नैशनल हेल्थ अथॉरिटी (एनएचए) के तहत स्कैन और शेयर सेवा के जरिए बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) के लिए करीब 4.7 करोड़ ऑनलाइन पंजीकरण किए गए। इनमें 1.24 करोड़ ओपीडी टोकन अकेले उत्तर प्रदेश से जारी किए गए। तमिलनाडु और केरल जैसे राज्यों में इस सेवा के माध्यम से 10,000 से भी कम ओपीडी पंजीकरण टोकन दिए गए।
आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) के डैशबोर्ड के 5 सितंबर तक प्रदर्शित आंकड़ों के अनुसार ऑनलाइन ओपीडी पंजीकरण में उत्तर प्रदेश के बाद आंध्र प्रदेश का नंबर है, जहां 81 लाख मरीजों ने ओपीडी में इलाज के लिए ऑनलाइन टोकन लिया। कुल 57 लाख टोकन के साथ बिहार तीसरे स्थान पर है।
खास यह कि इस सूची में महज 949 टोकन के साथ तमिलनाडु सबसे नीचे है। हिमाचल प्रदेश नीचे से दूसरे स्थान पर है, जहां केवल 1,365 ओपीडी पंजीकरण ऑनलाइन किए गए। इसके बाद गोवा में महज 2,381 और केरल में 7,983 मरीजों ने ओपीडी में इलाज के लिए ऑनलाइन पंजीकरण टोकन लिया।
देशभर में सबसे ज्यादा ओपीडी पंजीकरण वाले 25 अस्पतालों में 15 उत्तर प्रदेश और उसके बाद पांच आंध्र प्रदेश के हैं। ऑनलाइन ओपीडी पंजीकरण में एम्स नई दिल्ली पहले स्थान पर है।