भारत में रविवार को Mpox Virus का पहला संदिग्ध मामला पाया गया। संक्रमण की आशंका वाला युवक हाल में ऐसे देश से होकर आया है, जहां इस बीमारी का प्रकोप था। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी है लेकिन मंत्रालय ने अपने बयान में यह नहीं बताया है कि यह मामला किस शहर का है।
मंत्रालय ने बताया, ‘एक युवा मरीज हाल ही में एक ऐसे देश से आया है जहां एमपॉक्स का संक्रमण चल रहा है। इसे एमपॉक्स के संदिग्ध मामले के रूप में चिह्नित किया गया है।’ इस मरीज को एक अस्पताल में पृथक रखा गया है और इसकी हालत स्थिर है। मरीज के नमूने लिए गए हैं ताकि एमपॉक्स की उपस्थिति की पुष्टि की जा सके।
मंत्रालय ने बताया, ‘इस मामले में स्थापित मानदंडों का पालन किया गया है। इस युवक के संपर्क में आए लोगों की पहचान करने का कार्य जारी है। इसका देश में पड़ने वाले असर का आकलन किया गया है।’
मंत्रालय ने कहा कि चिंता की कोई बात नहीं है। मंत्रालय के अनुसार देश ऐसे यात्रा से जुड़े अलग-थलग मामलों के लिए पूरी तरह तैयार है। देश किसी भी जोखिम से निपटने के लिए तैयार है और इसके लिए समुचित इंतजाम किए गए हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने अफ्रीका के कुछ देशों में एमपॉक्स के मामले उजागर होने के बाद इस बीमारी को अंतरराष्ट्रीय चिंता का सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल (पीएचईआईसी) बताया है। इसके बाद भारत का स्वास्थ्य तंत्र भी अलर्ट रहा है। यह मामले स्वीडन और पाकिस्तान में भी पाए गए थे और इसके बाद भारत में केंद्र और राज्य के स्वास्थ्य प्राधिकरण सक्रिय हो गए थे।
एमपॉक्स या मंकीपाक्स जानवरों से मनुष्यों को होने वाली बीमारी है। यह संक्रमित की त्वचा या अन्य घावों (मुंह, जननांगों) के सीधे संपर्क में आने पर संक्रमित कर सकती है। यह संक्रमित वस्तुओं जैसे कपड़ों के इस्तेमाल या सामुदायिक रूप से एक साथ बैठने से भी फैल सकता है।