कोविड-19 महामारी से बचाव के लिए 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को 1 मई से टीका लगाने के अभियान में टीका आपूर्ति मई के तीसरे सप्ताह तक ही शुरू हो पाने की संभावना है। इस बीच कोविशील्ड एवं कोवैक्सीन टीकों के दाम में कटौती करने की घोषणा के बाद राज्य सरकारें अब उनसे और कटौती के लिए शायद न कहें।
कोविशील्ड की विनिर्माता सीरम इंस्टीट्यूट और कोवैक्सीन की घरेलू विनिर्माता भारत बायोटेक ने राज्य सरकारों को दिए जाने वाले टीका खुराक के दामों में कमी करने की घोषणा कर दी है। मई से शुरू होने वाले सार्वजनिक कोविड टीकाकरण अभियान में इन दोनों टीकों के अलावा रूसी कंपनी स्पूतनिक-वी भी उपलब्ध होगा। नई खुराकें उपलब्ध नहीं होने तक राज्यों के पास 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए मुहैया कराए जा रहे टीके ही उपलब्ध होंगे।
टीका विनिर्माण सूत्रों के मुताबिक, सीरम इंस्टीट्यूट दिल्ली एवं महाराष्ट्र जैसे राज्यों में फैले तीव्र संक्रमण को देखते हुए उन्हें टीका मुहैया कराने में प्राथमिकता दिखा सकती है। एक सूत्र ने कहा, ‘राज्यों एवं निजी अस्पतालों को टीके की आपूर्ति की एक विस्तृत योजना बनाई जा रही है और अगले एक-दो दिन में यह तैयार हो जाएगी। आपूर्ति में प्राथमिकता हालात पर निर्भर करेगी।’
निजी अस्पताल सूत्रों ने भी दावा किया कि मई के पहले पखवाड़े में उन्हे टीका आपूर्ति मिलने की संभावना है। एक निजी अस्पताल के अधिकारी ने कहा, ‘हमें नहीं पता कि राज्य सरकारों से हमें 18 वर्ष से ऊपर के लोगों के लिए खुराकें किस तरह मिलेंगी। हमें 150 रुपये प्रति खुराक के भाव पर मिले टीके अभी तक खत्म हो चुके हैं।’
इस बीच भारत में रूस के राजदूत निकोलेई कुदाशेव ने कहा कि दोनों देशों के बीच विशिष्ट सामरिक भागीदारी के अनुरूप रूस ने भारत को मानवीय सहायता भेजने का फैसला किया है। इस क्रम में रूस से भेजी गई सामग्रियों की दो उड़ानें भारत पहुंच गई हैं। कुदाशेव ने बताया कि इन उड़ानों में ऑक्सीजन कॉन्सनट्रेटर, वेंटिलेशन उपकरण, मॉनिटर और कोविड दवाएं भेजी गई हैं।