facebookmetapixel
RBI की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा! SME IPOs में खतरे की घंटीRBI Gold Reserves: रिजर्व बैंक के पास 880 टन से ज्यादा सोना, वैल्यू 95 अरब डॉलरInfosys के प्रमोटर्स ने ₹18,000 करोड़ के शेयर बायबैक से खुद को अलग कियासितंबर में Debt MF से निवेशकों ने क्यों निकाले ₹1.02 लाख करोड़? AUM 5% घटासस्ते आयात, डंपिंग से देश के स्टील सेक्टर को नुकसान; नीतिगत समर्थन की जरूरत: RBIसोशल मीडिया पर AI कंटेंट पर सख्ती, लेबलिंग और वेरिफिकेशन अनिवार्य; MeitY ने जारी किया मसौदा नियमभारत बनेगा AI कंपनियों का नया ठिकाना, OpenAI और Anthropic करेंगी भर्ती और ऑफिस की शुरुआतIndia-US Trade Deal: 50% से 15% होगा टैरिफ! ट्रंप देंगे बड़ा तोहफा, जल्द फाइनल हो सकती है डीलMajhi Ladki Bahin Yojana: महिलाओं की स्कीम में 12 हजार पुरुषों को मिला फायदा! चौंकाने वाला खुलासाTata Motors CV की लिस्टिंग डेट पर बड़ा अपडेट! दिसंबर से बाजार में शुरू हो सकती है ट्रेडिंग

India-UK FTA: वाइन पर कोई रियायत नहीं, बीयर पर सीमित छूट; विलासिता कारों पर असर कम

यह समझौता 2022 में शुरू हुई बातचीत के बाद पूरा हुआ है। यह अब कानूनी जांच और संसद में मंजूरी की प्रक्रिया से गुजरेगा।

Last Updated- May 11, 2025 | 8:17 PM IST
India-UK FTA
प्रतीकात्मक तस्वीर

भारत और यूनाइटेड किंगडम (UK) के बीच मुक्त व्यापार समझौता (FTA) को लेकर एक बड़ा ऐलान किया गया है, इसमें ब्रिटिश वाइन पर कोई शुल्क छूट नहीं दी गई है, जबकि बीयर पर सीमित आयात शुल्क रियायत देने की बात सामने आई है।

सरकारी सूत्रों के मुताबिक, ब्रिटिश वाइन, डेयरी उत्पाद, सेब, पनीर, ओट्स, पशु और वनस्पति तेल जैसे संवेदनशील कृषि उत्पादों को समझौते की “एक्सक्लूजन लिस्ट” में रखा गया है।

व्हिस्की और कारों पर मिलेगी राहत

इस समझौते के तहत भारत ब्रिटिश व्हिस्की और जिन पर 150% आयात शुल्क को 10 वर्षों में घटाकर 40% तक करेगा। इससे ब्रिटिश व्हिस्की और कारें सस्ती होंगी, वहीं भारतीय वस्त्र, चमड़ा उत्पाद आदि के निर्यात में इजाफा होगा।

ब्रिटिश वाइन पर छूट न देने का फैसला इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यूरोपीय संघ (EU) इस क्षेत्र में बड़ा खिलाड़ी है। यदि UK को छूट मिलती, तो EU से भी इसी तरह की मांग आने की संभावना थी। भारत-EU FTA पर बातचीत पहले से ही उन्नत स्तर पर है।

अधिकारियों के अनुसार, धीरे-धीरे लागू होने वाली आयात शुल्क कटौती से घरेलू व्हिस्की बाजार पर कोई बड़ा असर नहीं पड़ेगा क्योंकि ब्रिटिश व्हिस्की का आयात अभी काफी कम है।

ये भी पढ़ें…India- New zealand FTA को लेकर 5 दिन तक चला बातचीत का दौर

शराब और बीयर बाजार की स्थिति

भारत का वाइन बाजार फिलहाल $200 मिलियन का है और 2030 तक $700 मिलियन पहुंचने की उम्मीद है।  बीयर बाजार $6 बिलियन से बढ़कर 2034 तक $15 बिलियन तक पहुंच सकता है।  भारत $25 मिलियन की वाइन और $10 मिलियन की बीयर आयात करता है।  ब्रिटेन से वाइन का आयात सिर्फ $1 मिलियन सालाना होता है।

लग्ज़री कारों पर असर सीमित

Mercedes-Benz और BMW India ने समझौते का स्वागत किया, लेकिन कहा कि इसका कीमतों पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा क्योंकि अधिकतर लग्ज़री कारें CKD (Completely Knocked Down) फॉर्म में आती हैं जिन पर पहले से ही कम शुल्क लगता है।

Mercedes-Benz India के CEO संतोष अय्यर ने कहा, “95% कारें CKD हैं, जिस पर पहले ही 15-16% शुल्क लगता है। FTA से बहुत बड़ा दाम में बदलाव नहीं आएगा।”

BMW India के प्रमुख विक्रम पाहवा ने कहा कि FTA आर्थिक विकास और उपभोक्ताओं दोनों के लिए फायदेमंद होगा। उन्होंने यह भी कहा कि BMW भारत में स्थानीय उत्पादन और स्थानीयकरण पर जोर देता रहेगा।

लागू होने में लगेगा समय

यह समझौता 2022 में शुरू हुई बातचीत के बाद पूरा हुआ है। यह अब कानूनी जांच और संसद में मंजूरी की प्रक्रिया से गुजरेगा, जिसकी वजह से यह 15 महीने बाद लागू हो पाएगा।

(एजेंसी इनपुट के साथ) 

Trump Tariffs के बाद भारत और यूरोपीय यूनियन सतर्क, FTA पर बना रहे नई रणनीति; जल्द शुरू होगी बातचीत

First Published - May 11, 2025 | 8:17 PM IST

संबंधित पोस्ट