वाणिज्य विभाग ने मंगलवार को कहा कि वाशिंगटन में अधिकारियों की आमने सामने हुई बैठक में प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) के शुरुआती चरण या ‘शुरुआती पारस्परिक जीत’ के रास्ते पर चर्चा की गई है। दोनों पक्षों ने शुल्क के साथ-साथ गैर शुल्क मामलों पर ‘सार्थक चर्चा’ की।
मुख्य वार्ताकार और नामित वाणिज्य सचिव राजेश अग्रवाल की अध्यक्षता में वाणिज्य विभाग के अधिकारियों के दल के दौरे के बाद सरकार ने बयान देकर यह जानकारी दी। इस दल ने अमेरिका के वाणिज्य विभाग के अधिकारियों के साथ 23 से 25 अप्रैल तक बातचीत की है।
वाणिज्य मंत्रालय ने कहा, ‘दल ने साल 2025 की शरद ऋतु (सितंबर-अक्टूबर) तक पारस्परिक रूप से लाभकारी, बहु-क्षेत्रीय द्विपक्षीय व्यापार समझौते के पहले चरण को पूरा करने की राह को लेकर चर्चा की। इसमें शुरुआती पारस्परिक जीत के अवसर भी शामिल हैं।’
साथ ही यह भी कहा गया है कि इन बैठकों के दौरान दोनों ही पक्षों ने आयातित माल पर सीमा शुल्क और गैर-शुल्क मामलों समेत व्यापक विषयों पर विचार-विमर्श किया। दोनों पक्षों ने बीटीए के पहले चरण की बातचीत इस साल शरद ऋतु तक पूरा करने की प्रतिबद्धता जताई है, वहीं भारतीय अधिकारियों ने कहा कि शुरुआती चरण की बातचीत 8 जुलाई तक पूरी हो जाएगी। अमेरिका द्वारा देश विशेष पर लगाए गए जवाबी शुल्क पर रोक 8 जुलाई तक के लिए है।
इस मामले के जानकार एक व्यक्ति ने कहा कि अब तक ध्यान एक ऐसे समझौते पर काम करने पर रहा है जो ‘वास्तविक धरातल पर मूर्त रूप देने योग्य’ और दोनों पक्षों के लिए फायदेमंद हो, जिसमें शुल्क और व्यापक आर्थिक नीतियों के प्रति संवेदनशीलता को ध्यान में रखा गया हो।
उत्पादक क्षेत्रों के विशेषज्ञ स्तर की बातचीत ऑनलाइन माध्यम से आयोजित की गई हैं जबकि मई के अंत से होने वाली बैठकें व्यक्तिगत स्तर पर आयोजित की जाएंगी। बयान में कहा गया है, ‘नेताओं के फरवरी 2025 के बयान के आधार पर चल रही द्विपक्षीय कवायदों के तहत सकारात्मक चर्चा हुई।