ईरान द्वारा मंगलवार को इज़राइल पर बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला करने के बाद, इज़राइल जल्द ही “बड़े बदले” की तैयारी कर रहा है। इज़राइली अधिकारियों के मुताबिक, यह कार्रवाई अगले कुछ दिनों में हो सकती है और इसमें ईरान के तेल उत्पादन केंद्रों और अन्य अहम ठिकानों को निशाना बनाया जा सकता है।
ईरान ने इज़राइल को चेतावनी दी है कि अगर वह इस हमले के जवाब में कोई कदम उठाता है, तो ईरान फिर से हमला करेगा। इज़राइली अधिकारियों ने कहा कि अगर ऐसा हुआ, तो इज़राइल सभी विकल्पों पर विचार करेगा, जिसमें ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला भी शामिल हो सकता है।
मंगलवार रात ईरान ने इज़राइल पर कई मिसाइलें दागीं, जिसमें उसने हिज़बुल्लाह, हमास और ईरानी सैन्य नेताओं की हत्या का बदला लेने का दावा किया। इज़राइल डिफेंस फोर्स (IDF) ने बताया कि उसने अमेरिकी मिसाइल डिफेंस सिस्टम के साथ मिलकर “कई” मिसाइलों को रोक लिया। जो मिसाइलें नहीं रोकी जा सकीं, वे दक्षिणी इज़राइल में एक एयरफोर्स बेस, मोसाद मुख्यालय और तेल अवीव के उत्तर में एक सैन्य खुफिया बेस के आसपास गिरीं।
IDF के अनुसार, इज़राइल के कुछ हिस्सों में मामूली नुकसान हुआ, जबकि अधिकांश मिसाइलों को सफलतापूर्वक रोक लिया गया। इस हमले में एक फिलिस्तीनी नागरिक की मौत हो गई और दो इज़राइली नागरिक मामूली रूप से घायल हुए।
इज़राइल और ईरान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है, जिससे दोनों देशों के बीच एक खतरनाक संघर्ष की आशंका बढ़ गई है। इज़राइली अधिकारियों ने कहा कि ईरान के तेल केंद्रों पर हमला करना एक संभावित जवाबी कार्रवाई हो सकती है, इसके अलावा, ईरान की वायु रक्षा प्रणाली को निशाना बनाना और गुप्त ऑपरेशन भी विकल्पों में शामिल हो सकते हैं। साथ ही, इज़राइल हवाई हमले भी कर सकता है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि अमेरिका और इज़राइल इस हमले का जवाब देने को लेकर चर्चा कर रहे हैं, और आगे की कार्रवाई का फैसला अभी बाकी है। इज़राइल अपनी सैन्य कार्रवाई में अमेरिका का समर्थन चाहता है, क्योंकि ईरान के अगले हमले का सामना करने के लिए उसे अमेरिकी मदद की जरूरत पड़ सकती है।