facebookmetapixel
एनालिस्ट मीट के बाद Tata Motors पर 3 ब्रोकरेज का बड़ा अपडेट! टारगेट ₹750 तक, जानें क्या है भविष्य का प्लानCable & wire stocks पर मोतीलाल ओसवाल बुलिश, ₹8,750 तक के दिए टारगेटNew Rules From October: अक्टूबर में बदल रहे हैं ये 10 बड़े नियम, जानिए आप पर कैसे होगा असरडॉनल्ड ट्रंप को ₹217 करोड़ देगा YouTube, 2021 के अकाउंट सस्पेंशन से जुड़ा है मामलाStock Market Update: सेंसेक्स 200 अंक ऊपर, निफ्टी 24,700 पार; कंज्यूमर ड्यूरबल और मेटल शेयर चमकेIND vs PAK: एशिया कप 2025 ट्रॉफी कहां है? जानें भारत को कब मिलेगीNCLAT का दिवालियापन धोखाधड़ी पर आदेश IBC की व्याख्या को उलझा सकता हैजीवीके ग्रुप उत्तराधिकारी का एआई कॉल असिस्टेंट प्लेटफॉर्म पर बड़ा दांवStocks To Watch Today: BEL, वोडाफोन आइडिया, M&M, टाटा मोटर्स समेत इन स्टॉक्स पर रहेगी नजरजीएसटी का मूल सिद्धांत फेल, अगर इनपुट टैक्स क्रेडिट सिस्टम नहीं हो सरल

यूपी के किसानों को बेमौसम बारिश की मार, अब कैसा होगा रबी की फसलों का बाजार

Last Updated- March 22, 2023 | 5:10 PM IST
Crops sown in 53,000 hectares ruined by recent floods in Haridwar

उत्तर प्रदेश में दो दिनों तक हुई बारिश, ओलावृष्टि और अंधड़ ने किसानों का संकट और गहरा कर दिया है। बारिश और ओले के चलते गेहूं, सरसो और चने की फसल को जबरदस्त नुकसान पहुंचा है वहीं पछैती (late sown) आलू की खोदाई कर रहे किसानों को भी नुकसान उठाना पड़ा है। प्रदेश के कुछ हिस्सों में अभी भी बारिश व आंधी की संभावनाएं जताई जा रही हैं।

पूर्वी व मध्य उत्तर प्रदेश के ज्यादातर जिलों में बारिश और तेज हवाओं के चलते गेहूं की तैयार खड़ी फसल गिर गई है और भीग कर खराब हुई है। कृषि विभाग का कहना है कि कटने को तैयार खड़े गेहूं की मड़ाई अब देर से होगी और किसानों को नुकसान अलग से हुआ है। उनका कहना है कि मार्च के पहले सप्ताह से ही तापमान बढ़ने के गेंहू के दानों के कमजोर होने का अंदेशा बढ़ गया था और अब बारिश व अंधड़ के चलते उत्पादन प्रभावित होगा। गेंहूं की नयी फसल के बाजार में आने में भी अब देर लग सकती है।

मौसम विभाग का कहना है कि पूर्वी व मध्य उत्तर प्रदेश में दो दिनों तक खराब मौसम रहने के बाद अब सुधार होगा। हालांकि पश्चिम के कई जिलों में गुरुवार से लेकर शनिवार तक एक बार मौसम बिगड़ने व आंधी-पानी का अनुमान है। मंगलवार को प्रदेश के बहराइच जिले के कैसरगंज में सबसे ज्यादा 130 मिलीमीटर पानी बरसा था जबकि वाराणसी जिले 60 मिमी बारिश हुई थी। प्रदेश के दो दर्जन जिलों में सोमवार और मंगलवार को कई बार ओले गिरे थे।

कृषि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि ओले गिरने से सरसो की फसल के साथ ही चने को खास नुकसान पहुंचा है। प्रदेश में इन दिनों तैयार हो रही सरसो की फसल की कटाई शुरु होती है। तैयार सरसों पर ओले गिरने से दाने खराब हो गए हैं और बहुत से स्थानों पर तो पूरी फसल ही खराब हो गई है। यही हाल चने के साथ भी हुआ है जहां तेज हवा और ओलों की मार से पक रही फलियां टूट गयी हैं।

उद्यान विभाग का कहना है कि प्रदेश में कुछ जगहों पर खास कर अवध के जिलों में पछैती आलू की खोदाई का काम चल रहा था। दो दिनों तक चली बारिश के बाद तैयार आलू खेतों में सड़ने लगेगा और उत्पाद प्रभावित होगा। हालांकि उनका कहना है कि प्रदेश में आलू की 90 फीसदी बाजार में आ चुकी है जिसके बार अब नुकसान का कीमतों पर कोई विशेष असर नहीं होगा।

First Published - March 22, 2023 | 4:49 PM IST

संबंधित पोस्ट