Uttar Pradesh heatwave: उत्तर प्रदेश में हर रोज गर्मी व लू से दर्जनों लोगों की मौत हो रही है। प्रदेश भर में अब तक सैकड़ों लोग लू और गर्मी से जान गंवा चुके हैं और बीते 24 घंटे में ही 53 लोगों की जान गई है। गर्मी और इस दौरान होने वाली बीमारियों से मौतों का आंकड़ा इस कदर बढ़ा है कि वाराणसी के मणिकर्णिका घाट, कानपुर के गंगा घाट और लखनऊ के भैंसाकुंड जैसे शवदाह गृहों पर पहले के मुकाबले अंतिम संस्कार के लिए 50 फीसदी अधिक शव आ रहे हैं।
उत्तर प्रदेश में शनिवार को 13 सीटों के लिए हुए मतदान के लिए रवाना होने वाली पोलिंग पार्टी में शामिल 30 लोगों की शुक्रवार को ही लू लगने से मौत हो गई थी। शनिवार को मतदान के दौरान 24 लोगों की मौत के मामले सामने आए थे। अकेले शुक्रवार को ही प्रदेश में 115 लोगों के मरने की खबर अलग-अलग जिलों से आई थी।
हालांकि रविवार को राजधानी लखनऊ सहित प्रदेश के कुछ जिलों में गरज-चमक के साथ थोड़ी बहुत बारिश हुई है पर उससे तापमान में मामूली गिरावट ही दर्ज की गई। मौसम विभाग ने गुरुवार से पहले गर्मी व लू से राहत के आसार नहीं बताए हैं। गर्मी का सबसे ज्यादा कहर झांसी, प्रयागराज, बांदा, आगरा, मथुरा, फतेहपुर और सोनभद्र व वाराणसी जैसे जिलों में दिख रहा है। प्रयागराज मंडल में शनिवार को ही गर्मी के चलते 22 लोगों की मौत हो गई थी।
इस बीत उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश में लू से मरने वाले व्यक्ति के परिवार को चार लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है, लेकिन इसके लिए मृतक व्यक्ति का पोस्टमार्टम कराना जरूरी है। ताकि ये सुनिश्चित हो सके कि उसकी मौत लू लगने के कारण हुई है।
राहत विभाग की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि लू से किसी व्यक्ति की मौत होने के बाद उसकी सूचना तहसीलदार, एसडीएम को देना जरूरी होगी। इसी के साथ मृतक का पोस्टमार्टम भी कराना होगा। राजस्व विभाग द्वारा पोस्टमार्टम की रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजी जाएगी। उसी के आधार पर संबंधित को मुआवजा दिया जाएगा।
गौरतलब है कि जिस प्रकार आगजनी या डूबने से मौत होने पर पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता देने के लिए जिलाधिकारी अधिकृत है। उसी प्रकार लू लगने से भी किसी की मौत होने पर भी जिलाधिकारी मुआवजा राशि का भुगतान कर सकते हैं, लेकिन इसके लिए विधिवत प्रक्रिया पूरी करनी होगी।
आदेश में कहा गया है कि अगर किसी व्यक्ति की चुनाव में ड्यूटी लगी है और उसकी मौत लू लगने के कारण होती है तो पीड़ित परिवार को मुआवजे के रूप में 15 लाख रुपए की राशि मिलेगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के अफसरों को निर्देश दिए हैं कि वह अपने अपने जिले में लोगों को लू से बचाने की पूरी व्यवस्था करें। बिजली कटौती न हो, पेयजल की व्यवस्था भरपूर हो, पशुओं के लिए भी पर्याप्त सुविधाएं हों। ताकि लू से होने वाली मौतों को रोका जा सके। इसके लिए प्याऊ लगवाने, अस्पतालों में इलाज की व्यवस्था कराने, गांवों में हैंडपंप चालू करवाने आदि के निर्देश भी दिए गए हैं।