Ayodhya Airport: भारतीय एयरपोर्ट प्राधिकरण (AAI) अयोध्या एयरपोर्ट का विस्तार करने की योजना बना रहा है, जिसकी लागत 1,625 करोड़ रुपये होगी। इसका मकसद एयरपोर्ट की यात्री संभालने की क्षमता को बढ़ाना है। फिलहाल, यह एयरपोर्ट सालाना 0.16 मिलियन यात्री (MPPA) संभाल सकता है। अधिकारियों ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि इस विस्तार से इसे 6 MPPA तक बढ़ाने का लक्ष्य है।
नया और बेहतर अयोध्या एयरपोर्ट 30 दिसंबर, 2023 को शुरू किया गया था। इसके बाद 22 जनवरी, 2024 को अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन हुआ। तब से दोनों जगहों पर आने-जाने वालों की संख्या में भारी बढ़ोतरी हुई है, जिससे एयरपोर्ट पर यात्रियों का ट्रैफिक काफी बढ़ गया है।
एक अधिकारी ने बताया, “एयरपोर्ट का क्षेत्रफल अभी करीब 141 हेक्टेयर है, जिसे बढ़ाकर 331 हेक्टेयर किया जाएगा। एक नया यात्री टर्मिनल भवन 4.4 हेक्टेयर क्षेत्र में बनाया जाएगा। मौजूदा टर्मिनल भवन छोटा है और यह सिर्फ 0.6 हेक्टेयर में फैला हुआ है।”
अधिकारी ने आगे कहा कि यह विस्तार 28 महीनों में पूरा होने की उम्मीद है और पूरे प्रोजेक्ट की लागत करीब 1,625 करोड़ रुपये है। एयरपोर्ट के एप्रन में बे की संख्या 8 से बढ़ाकर 18 की जाएगी। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने इस प्रोजेक्ट को पर्यावरण मंजूरी दे दी है।
अभी यह एयरपोर्ट देश के सिर्फ पांच शहरों से हर हफ्ते करीब 174 उड़ानें संभालता है। इन शहरों में दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, अहमदाबाद और हैदराबाद शामिल हैं। यह जानकारी एविएशन एनालिटिक्स फर्म सिरियम (Cirium) से मिली है। एक साल पहले यह एयरपोर्ट हर हफ्ते करीब 154 उड़ानें संभाल रहा था।
इंडिगो इस एयरपोर्ट से सबसे बड़ी ऑपरेटर है, जो हर हफ्ते करीब 64 उड़ानें चलाती है। एक साल पहले यह एयरलाइन यहाँ से सिर्फ 36 उड़ानें संचालित करती थी। स्पाइसजेट अभी अयोध्या एयरपोर्ट से हर हफ्ते 42 उड़ानें चलाती है।