भारत में 80 प्रतिशत लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर सकारात्मक रुख रखते हैं। 10 लोगों में 7 का मानना है कि हाल के वर्षों में दुनिया में भारत का कद काफी बढ़ा है। ये बातें प्यू रिसर्च सेंटर के एक सर्वेक्षण में सामने आई हैं। सर्वेक्षण में कहा गया है कि दुनिया के 23 देशों के लोगों का भारत को लेकर नजरिया सकारात्मक रहा है।
नई दिल्ली में 9-10 सितंबर को जी-20 सम्मेलन के आयोजन की तैयारी को लेकर दुनिया की निगाहें भारत पर टिक गई हैं। यह पहला मौका है जब जी-20 समूह का सालाना सम्मेलन दक्षिण एशिया में हो रहा है। प्यू रिसर्च सेंटर के सर्वेक्षण के अनुसार 46 प्रतिशत वयस्क भारत के पक्ष में राय रखते हैं, जबकि 34 प्रतिशत लोगों का नजरिया भारत के पक्ष में नहीं है।
इजरायल में भारत को लेकर सकारात्मक रुख रखने वाले लोगों की संख्या आनुपातिक रूप से सर्वाधिक है। वहां 71 प्रतिशत लोगों का रुख भारत के पक्ष में है। केन्या, नाइजीरिया और ब्रिटेन में भी भारत को लेकर लोगों का नजरिया सकारात्मक रहा है। हालांकि, ब्रिक्स देशों में से दक्षिण अफ्रीका में लोगों का रुख भारत को लेकर आलोचनात्मक रहा है।
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हालांकि, 2008 के बाद यूरोपीय संघ के कुछ देशों में भारत को लेकर सकारात्मक रुख में कमी आई है। 2008 में फ्रांस में 70 फीसदी लोग भारत के प्रति अनुकूल राय रखते थे मगर अब यह संख्या 31 प्रतिशत कम हो गई है। स्पेन में भी ऐसे लोगों की संख्या में कमी (48 फीसदी से घटकर 34 फीसदी) आई है जिनका रुख भारत के प्रति सकारात्मक रहा है। जर्मनी में ऐसे लोगों की तादाद 60 फीसदी से कम होकर 47 फीसदी रह गई है।
ब्रिटेन में भारत को लेकर सकारात्मक रुख रखने वाले लोगों की संख्या 75 प्रतिशत से कम होकर 66 प्रतिशत रह गई है। वहीं, ऐसे लोगों की संख्या 9 प्रतिशत से बढ़कर 30 प्रतिशत हो गई है जो भारत को लेकर असहज रहते हैं। इंडोनेशिया और दक्षिण कोरिया में भारत पर लोगों के बीच 2018 में सर्वेक्षण किया गया था। इन दोनों देशों में भारत को लेकर सकारात्मक रुख रखने वाले लोगों की संख्या 12 प्रतिशत अंक और 6 प्रतिशत अंक हो गई है।
अफ्रीका और लातिन अमेरिका के देशों में भारत को लेकर 2013 में नब्ज टटोली गई थी। ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका में भारत को लेकर असहज रुख रखने वाले लोगों की संख्या बढ़ी है। मगर मैक्सिको (18 फीसदी अंक) और नाइजीरिया (15 फीसदी अंक) में भारत को लेकर लोगों का नजरिया मजबूत हुआ है।
सर्वेक्षण के अनुसार कुछ मामलों में भारत के मूल्यांकन में राजनीतिक विचारधारा भी अहम भूमिका निभाती है। उदाहरण के लिए हंगरी, ऑस्ट्रेलिया और इजरायल में दक्षिणपंथी विचारधारा रखने वाले लोगों का रुख भारत को लेकर अधिक सकारात्मक है। मगर अमेरिका में ठीक इसका उल्टा है।
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सर्वेक्षण के अनुसार वहां उदारवादी विचार रखने वाले लोग दक्षिणपंथी विचारधारा रखने वाले लोगों की तुलना में भारत को अधिक पसंद करते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर लोगों की राय मिली-जुली है। औसत 40 प्रतिशत लोगों का कहना है कि उन्हें इस बात का भरोसा नहीं है कि मोदी वैश्विक स्तर पर अच्छे काम करने में सक्षम है। सर्वेक्षण के अनुसार औसत 37 प्रतिशत लोगों ने मोदी पर भरोसा जताया है।
मैक्सिको और ब्राजील में मोदी के प्रति असहज रुख रखने वाले लोगों की संख्या सबसे अधिक है। इन दोनों देशों की तुलना में जापान, केन्या और नाइजीरिया में मोदी की क्षमताओं पर लोगों को अधिक विश्वास है। भारत में 79 प्रतिशत लोगों की राय मोदी के पक्ष में है। इनमें 55 प्रतिशत ऐसे लोग हैं जो मोदी के पक्ष में काफी मजबूती के साथ दिखाई पड़ते हैं। मोदी की तुलना में 62 प्रतिशत लोगों को राहुल गांधी पर लोगों को अधिक भरोसा है। इनमें 26 प्रतिशत लोगों का नजरिया राहुल को लेकर बेहद अनुकूल है।