नाबार्ड (Nabard) की बाड़ी परियोजना के तहत आम उत्पादक आदिवासी किसानों के प्रोत्साहन के लिए नाबार्ड 8 से 12 जून तक भोपाल स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में आम महोत्सव के छठे संस्करण का आयोजन कर रहा है।
महोत्सव के दौरान पूरे राज्य में क्रियान्वित वाड़ी परियोजना के तहत उत्पादित जैविक (रसायन रहित यानी ऑर्गेनिक) आमों की विभिन्न किस्मों मसलन सुंदरजा, केसर, चौसा, लंगड़ा और दशहरी आदि को लोगों को उपलब्ध कराया जाएगा। इस दौरान इन बाड़ियों में उत्पादित मिलेट्स, शहद आदि भी उपलब्ध रहेंगे।
नाबार्ड, मध्य प्रदेश के मुख्य महाप्रबंधक (सीजीएम) सुनील कुमार ने बताया, ‘नाबार्ड ने 2003-04 में जनजातीय विकास कोष की स्थापना की थी। इसके माध्यम से मध्य प्रदेश में अब तक 99 परियोजनाएं स्वीकृत की गई हैं जिनसे 77,000 से अधिक आदिवासी परिवार लाभान्वित हुए हैं। इस परियोजना के तहत 73,500 एकड़ भूभाग में विभिन्न प्रकार के उत्पादन कार्य किए जा रहे हैं।’
नाबार्ड मध्य प्रदेश के महाप्रबंधक कमर जावेद ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया, ‘इन परियोजनाओं का उद्देश्य केवल फलों का उत्पादन करना नहीं है। इसके जरिये न केवल बंजर भूमि को उपज योग्य बनाया जा रहा है बल्कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में भी काम किया जा रहा है।
इसका दूसरा पहलू यह है कि प्रदेश के लोगों को जहां अच्छी गुणवत्ता के और रसायनों के इस्तेमाल से मुक्त फल मिल रहे हैं वहीं किसानों को एक बाजार प्राप्त हो रहा है जो उनकी आय बढ़ाने और उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाने में मदद कर रहा है।’