महाराष्ट्र में पारा 40 के पार पहुंच गया है। चिलचिलाती धूप के कारण मुंबई को जलापूर्ति करने वाले जलाशय तेजी से सूख रहे हैं। मुंबई को पानी आपूर्ति करने वाली सातों झीलों का पानी जुलाई में खत्म हो जाएगा। झीलों में पानी का मौजूदा स्तर मुंबईकरों को चिंतित कर रहा है। हालांकि बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) ने लोगों को सांत्वना देते हुए कहा है कि शहर में जल आपूर्ति कर रहे सात जलाशयों का भंडार जुलाई के अंत तक रहेगा और निवासियों को चिंता करने की जरूरत नहीं है।
मुंबई को पानी की आपूर्ति करने वाले सात जलाशयों में फिलहाल 16 फीसदी पानी बचा है और पिछले साल की तुलना में यह भंडार काफी कम है। मौसम विभाग ने भी चेतावनी दी है कि अगले कुछ दिन इसी तरह गर्मी जैसे हालात बने रहेंगे, जिसके चलते मुंबई में 15 से 20 फीसदी पानी की कटौती का संकट पैदा हो गया है।
लोगों लगातार फैलते भ्रम को दूर करने के लिए बीएमसी ने एक विज्ञप्ति जारी करके कहा कि जलाशयों में अभी 2,37,552 मिलियन लीटर प्रति दिन (एमएलडी) जल है जो कि शहर की वार्षिक 14,47,363 एमएलडी की आवश्यकता का 16.48 प्रतिशत है। यह पिछले साल इसी तारीख तक उपलब्ध जल भंडार से कम है। मुंबई को शहर में, ठाणे तथा नासिक जिलों में स्थित सात जलाशयों – भातसा, अपर वैतरणा, मिडल वैतरणा, तानसा, मोदक सागर, विहार और तुलसी से हर दिन 3,800 एमएलडी पानी मिलता है।
मुंबई में पानी के मुद्दे पर बीएमसी आयुक्त भूषण गगरानी की अध्यक्षता में एक समीक्षा बैठक के बाद नगर निकाय ने कहा कि वह जल भंडार पर करीबी नजर रख रहा है और निवासियों को चिंता करने की जरूरत नहीं है लेकिन पानी का सोच-समझकर इस्तेमाल करना चाहिए। गगरानी ने कहा कि सभी भंडार पर विचार करते हुए प्रशासन ने इस तरह से योजना बनायी है कि हर साल इसी तरह 31 जुलाई तक पानी रहेगा।
कुल मिलाकर, नगर निकाय प्रशासन जल भंडार की स्थिति पर लगातार और पैनी नजर रख रहा है। नगर निकाय ने अभी तक शहर में जल आपूर्ति में कोई कटौती की घोषणा नहीं की है। मुंबई में आमतौर पर जून के दूसरे सप्ताह तक मानसून पहुंचता है।
बीएमसी के मुताबिक मुंबई को साल भर पानी की आपूर्ति बनाए रखने के लिए एक अक्टूबर को 1447363 मिलियन लीटर पानी की आवश्यकता होती है। लेकिन पिछले कुछ वर्षों से मानसून के सक्रिय होने में देरी के कारण जलाशय अपने तल तक पहुंचती जा रही है। इसलिए 10 से 20 प्रतिशत पानी की कटौती की जाती है। हर साल साल 17 अक्टूबर तक मानसून की बारिश होती है। लेकिन इस साल 29 सितंबर तक बारिश बंद हो गई थी।
इसके कारण हर साल मिलनेवाला 5 से 7 फीसदी अतिरिक्त पानी इस साल नहीं मिल पाया है। एक अक्टूबर से पानी का उपयोग जारी रहा। इसके चलते इस साल पानी की कमी देखी जा रही है।
इस साल पानी का भंडार खत्म होने के कारण मनपा ने अपर वैतरणा जलाशय से 93 हजार 500 मिलियन लीटर और भतसा जलाशय से 1 लाख 37 हजार मिलियन लीटर रिजर्व पानी की मांग की थी। जिसे राज्य सरकार ने मंजूरी दे दी है, इसलिए मुंबई की जल आपूर्ति वर्तमान में रिजर्व कोटा पर निर्भर है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अनुमान जताया है कि मानसून के समय पर दस्तक देने के लिए अनुकूल परिस्थितियां हैं और उसने देश में 106 फीसदी बारिश की संभावना जतायी है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि इसके आधार पर नगर निकाय स्थिति की समीक्षा करेगा और आवश्यक कदम उठाएगा। गगरानी ने शहर के निवासियों के साथ ही पेशेवरों और वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों से पानी बचाने के लिए काम करने की भी अपील की।