facebookmetapixel
अमर सुब्रमण्य बने Apple AI के वाइस प्रेसिडेंट, जॉन जियानएं​ड्रिया की लेंगे जगहमारुति सुजूकी ने देशभर में 2,000 से अधिक ईवी चार्जिंग पॉइंट स्थापित कर इलेक्ट्रिक वाहन नेटवर्क किया मजबूतNLCAT ने व्हाट्सऐप और मेटा के डेटा-शेयरिंग मामले में स्पष्टीकरण याचिका पर सुनवाई पूरी कीरुपया 90 के करीब पहुंचा: RBI की दखल से मामूली सुधार, एशिया में सबसे कमजोर मुद्रा बनासुप्रीम कोर्ट फरवरी में करेगा RIL और उसके साझेदारों के कृष्णा-गोदावरी D6 गैस विवाद पर अंतिम सुनवाईसूरत संयंत्र में सुची सेमीकॉन ने शुरू की QFN और पावर सेमीकंडक्टर चिप पैकेजिंगपुतिन की भारत यात्रा: व्यापार असंतुलन, रक्षा सहयोग और श्रमिक गतिशीलता पर होगी अहम चर्चाविमानन सुरक्षा उल्लंघन: DGCA जांच में एयर इंडिया के अधिकारियों को डी-रोस्टर किया गया‘संचार साथी’ पर सरकार का नया स्पष्टीकरण: ऐप हटाने की आजादी, निगरानी न होने का दावाभारत निश्चित रूप से हमारा सरताज है, युवा डिजिटल आबादी ने बढ़ाया आकर्षण: एसबी शेखर

Economic Survey of Maharashtra : महाराष्ट्र की अर्थव्यवस्था 2022-23 में 6.8 फीसदी की दर से बढ़ने का अनुमान

Last Updated- March 08, 2023 | 7:03 PM IST
Maharashtra Winter Session: Supplementary demands of Rs 33,788 crore presented, focus on Majhi Ladki Behen scheme महाराष्ट्र शीतकालीन सत्र: 33,788 करोड़ की अनुपूरक मांगें पेश, माझी लाडकी बहन योजना पर फोकस

महाराष्ट्र विधानसभा में बुधवार को राज्य के वित्तमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने साल 2022-23 का महाराष्ट्र आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया। इसमें अनुमान लगाया गया है कि साल 2022-23 के दौरान राज्य की अर्थव्यवस्था के 6.8 फीसदी और भारतीय अर्थव्यवस्था के सात फीसदी की रफ्तार से बढ़ने की उम्मीद है। पिछले वित्त वर्ष में राज्य की विकास दर 9.1 फीसदी दर्ज की गई थी। वित्त वर्ष 2022-23 में राजकोषीय घाटा 2.5 फीसदी रहने की उम्मीद जताई गई है।

राज्य के वित्त मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बजट पेश करने से एक दिन पहले विधानसभा में आर्थिक समीक्षा पेश की। समीक्षा में कहा गया कि चालू कीमतों पर राष्ट्रीय जीडीपी में महाराष्ट्र की औसत हिस्सेदारी सबसे अधिक 14 फीसदी है। राज्य सरकार की ओर से पेश आर्थिक सर्वेक्षण में कृषि क्षेत्र और सेवा क्षेत्र की विकास दर में गिरावट का अनुमान लगाया गया है जबकि औद्योगिक क्षेत्र की विकास दर में सुधार हुआ है।

सर्वे में बताया गया है कि जहां 2021-22 में कृषि और संबद्ध सेवा क्षेत्र की विकास दर 11.4 फीसदी दर्ज की गई थी, वह 2022-23 में 10.2 फीसदी रहने का अनुमान हैं। जबकि औद्योगिक क्षेत्र की विकास दर में खासा उछाल होने का अनुमान है। पिछले वर्ष यह जहां 3.8 फीसदी थी, उसकी तुलना में 2022-23 में यह 6.1 फीसदी रहने का अनुमान लगाया गया है। सेवा क्षेत्र की विकास दर पिछले वर्ष के 10.6 फीसदी थी, जो इस बार घटकर 6.4 फीसदी रहने का अनुमान है।

पिछले वित्त वर्ष की तुलना में राज्य के सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) में इजाफे का अनुमान है। 2021-22 में यह 31,08,022 रुपये थी। वहीं, 2022-23 में इसके 35,27,084 रुपये रहने का अनुमान है। महाराष्ट्र में प्रति व्यक्ति आय बढ़ने का अनुमान व्यक्त किया गया है। राज्य में 2021-22 में प्रति व्यक्ति आय 2,15,233 रुपये थी, जिसके 2022-23 में 2,42,247 रुपये रहने का अनुमान है। पिछले वर्ष ( 2021-22) में राज्य की प्रति व्यक्ति आय कर्नाटक, हरियाणा, तेलंगाना और तमिलनाडु की तुलना में कम थी।

विपक्ष ने इस बार बजट में किसानों और गरीबों के लिए उचित व्यवस्था करने की मांग की। विपक्षी नेताओं ने किसानों के लिए राहत की मांग की। एनसीपी नेता छगन भुजबल ने कहा कि सभी तरह के नेफेड को सीधे बाजारों में जाकर प्याज की नीलामी करनी चाहिए। इससे कीमत कम से कम 100-200 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ जाएगी। अगर सरकार ने उनकी उचित मदद नहीं की, तो किसान सड़क पर आ सकते हैं और इससे कानून व्यवस्था की स्थिति पैदा होगी।

उन्होंने आगे कहा, ‘महाराष्ट्र सरकार को प्याज किसानों को आर्थिक मदद देनी चाहिए। गुजरात सरकार भी उन्हें सहायता दे रही है। अगर यह दावा किया जा रहा है कि महाराष्ट्र की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी है, तो किसानों को वित्तीय सहायता क्यों नहीं दी जा रही है।

एनसीपी नेता अजीत पवार ने कहा कि बीते तीन दिनों में बेमौसम बारिश के कारण महाराष्ट्र के किसानों को बहुत नुकसान हुआ है। राज्य सरकार को किसानों का समर्थन करने और मुआवजा देने का ऐलान जरूर करना चाहिए। किसानों को मुआवजे के मुद्दे पर हमने विधानसभा में स्थगन नोटिस दिया है।

First Published - March 8, 2023 | 4:27 PM IST

संबंधित पोस्ट