महाराष्ट्र विधानसभा का बजट सत्र 27 फरवरी से 25 मार्च तक चलेगा और वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए राज्य का बजट नौ मार्च को पेश किया जाएगा। उससे पहले 8 मार्च को राज्य की आर्थिक रिपोर्ट पेश की जाएगी।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार का यह पहला बजट होगा। उपमुख्यमंत्री एवं राज्य के वित्त मंत्री देवेंद्र फडणवीस बजट पेश करेंगे।
राज्य सरकार की ओर से ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक बजट सत्र के पहले दिन 27 फरवरी को हाल ही में मान्यता प्राप्त राज्य गीत जय जय महाराष्ट्र माझा को बजाया जाएगा।
बजट सत्र पर फैसला विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर और विधान परिषद की उपाध्यक्ष नीलम गोरहे की अध्यक्षता में हुई विधानसभा की कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में लिया गया। राज्य कैबिनेट द्वारा मंजूर किए गए पांच विधेयकों को बजट सत्र के दौरान सदन के पटल पर रखा जाएगा। जबकि आठ अन्य, जिन्हें अभी मंजूरी मिलनी बाकी है, पेश किए जाने का प्रस्ताव है।
देवेंद्र फडणवीस जोकि राज्य के उपमुख्यमंत्री के साथ वित्त मंत्री भी वह 9 मार्च को दोपहर दो बजे महाराष्ट्र का बजट पेश करेंगे। बतौर वित्त मंत्री फडणवीस का यह पहला बजट है। इसलिए राज्य के लिए यह बेहद अहम माना जा रहा है।
उन्होंने जनता से सुझाव मांगे हैं ताकि इस बजट में जनता के सुझावों को प्रतिबिंबित हो सके। इसके लिए उन्होंने एक लिंक भी शेयर किया है। इसके लिए नागरिकों से उनके तरफ से अहम अपील की गई है।
राज्य में सत्ता हस्तांतरण के बाद पहले मंत्रिमंडल का विस्तार किया गया और 18 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई, लेकिन दूसरा कैबिनेट विस्तार अब भी रुका हुआ है।
बजट पेश करने के लिए संबंधित विभाग के मंत्रियों को नियुक्त करना होता है। कैबिनेट में मंत्रियों की संख्या कम है, इसलिए इस साल फडणवीस ही बजट पेश करेंगे।
विधान परिषद में बजट पेश करने के लिए मौजूदा मंत्रियों में से दूसरे मंत्री की नियुक्ति करनी होती है। इसके लिए सुधीर मुनगंटीवार, दीपक केसरकर और शंभूराज देसाई के नामों की चर्चा हो रही है।
सुधीर मुनगंटीवार ने भाजपा-शिवसेना सरकार के दौरान बजट पेश कर चुके है। नेता प्रतिपक्ष अजित पवार ने विधायी मामलों की सलाहकार समिति की बैठक में मांग की कि बजट सत्र कम से कम पांच सप्ताह तक चलाया जाना चाहिए।