Gudi Padwa 2024: गुड़ी पड़वा पर बाजारों में खास रौनक देखी गई। गुड़ी पड़वा पर भी बाजार दीपावली और धनतेरस की तरह सजे तो खरीदारों ने दुकानदारों को मुस्कुराने का एक और बेहतरीन मौका दे दिया। गुड़ी पड़वा के शुभ मुहूर्त पर लोगों ने कार, बाइक, गहने, घर और दूसरी जरूरत के सामानों की जमकर खरीदारी की। दुकानों में खरीदारों की उमड़ी भीड़ को देखकर कारोबारी संगठनों का अनुमान है कि इस गुड़ी पड़वा पर सिर्फ महाराष्ट्र में 3,500 करोड़ रुपये से ज्यादा का कारोबार होगा। चैत्र नवरात्रि के पहले दिन को महाराष्ट्र और देश के कई राज्यों में गुड़ी पड़वा, उगाडी ,चेटीचंड और हिंदू नव वर्ष के रूप में मनाया जाता है।
भारत में बाजार की गति त्योहार और शुभ मुहूर्त काफी हद तक तय करते हैं। चैत्र नवरात्रि के पहले दिन को बहुत ही शुभ माना जाता है इसलिए लोग नए घर की खरीदी नए वाहनों की खरीदी, गहनों की खरीदी, भवन निर्माता नई परियोजना का शुभारंभ और अन्य चीजों की खरीदी करना और इसी दिन गृह प्रवेश या वाहनों की डिलीवरी लेना शुभ मानते हैं। ग्राहक प्री बुकिंग कर गुड़ी पड़वा के शुभ मुहूर्त पर डिलीवरी लेते हैं।
कारोबारियों का कहना है कि अधिकांश लोगों ने गुड़ी पड़वा से पहले ही उपकरण, वाहन, सोना और संपत्ति जैसी वस्तुओं की प्री-बुकिंग कर ली थी। आज उनकी डिलीवरी लेने के लिए लोग शोरूम में आ रहे हैं जिसके कारण बाजार में हर तरफ खासकर वाहनों के शोरूम, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण एवं अन्य वस्तुओं की दुकानों में डिलीवरी लेने वालों का तांता लगा।
एक तरफ सोने के दाम आसमान छू रहे हैं। सोना 73,000 रुपये को पार करने के बावजूद बुकिंग में वृद्धि हुई है, जो अब तक की सबसे ऊंची दर है। ज्वैलर्स कह रहे हैं कि जो लोग पहले बुकिंग कराएं तो उन्हे आज फायदा हुआ है क्योंकि पिछले कुछ दिनों में सोने के दाम तेजी से बढ़े हैं।
रियल एस्टेट डेवलपर के लिए यह वर्ष बहुत ही बढ़िया रहा है। लगातार दाम बढ़ रहे हैं और ग्राहकी की भी बनी हुई है। ऐसे में गुड़ी पड़वा पर जबरदस्त बिक्री हुई हैं। भवन निर्माताओं का कहना है कि यह त्योहार आमतौर पर मार्च के अंत-अप्रैल की शुरुआत में आता है, इसलिए कई लोग निवेश करना चाह रहे थे। मुंबई और आस पास के इलाकों में आज एक दर्जन से ज्यादा नए प्रोजेक्ट शुरू हुए। ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए गुड़ी पड़ाव पर बुकिंग के लिए खास ऑफर भी दिये गए। जैसे रजिस्ट्रेशन मुफ्त, फर्नीचर इत्यादि। कारोबारियों की मानी जाए तो रियल एस्टेट बाजार के लिए भी गुड़ी पड़वा उत्साहवर्धक साबित हुआ।
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कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) महाराष्ट्र प्रदेश के महामंत्री शंकर ठक्कर ने बताया कि कोरोना के बाद निश्चिंत होकर इस वर्ष लोग सभी त्योहार मना रहे हैं। शहर भर के बाजार खरीदारों से गुलजार रहे। बाजारों में गाड़ियों के अलावा नए कपड़े, मिठाई, ड्राई फ्रूट, किराना सामान, घी, तेल एवं पूजा के समान जिसमें फल, फूलों, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और खासकर मोबाइल, इत्यादि वस्तुओं की की बिक्री और महाराष्ट्र जहां पर हर घर में गुढी सजाई जाती है की बिक्री भी बढ़ी है। कुल मिलाकर 3,500 करोड रुपये से अधिक का कारोबार का अनुमान किया गया जिसमें से सबसे ज्यादा रियल एस्टेट व्यापार उसके बाद वाहनों की बिक्री देखने को मिली।
गुड़ी पड़ाव पर अब गुड़ी भी कारोबार बन गया। मराठी संस्कृति के जानकार प्रशांत पलांडे कहते हैं कि पुणे महाराष्ट्र की सांस्कृतिक राजधानी है। कुछ सालों से अब गुड़ी रेडीमेड आने लगी है। इसका चलन भी पुणे से ही आया है। पहले घरों में इसे लेकर कई दिनों से तैयारियां होती थीं। परंतु अब समय की कमी के चलते लोग रेडीमेड गुड़ी व खानपान के आइटम भी बाहर से मंगवाने लगे हैं। यह सिर्फ महाराष्ट्र तक सीमित नहीं है बल्कि देशभर में फैल गया है। हालांकि अभी भी बहुत सारे महाराष्ट्रीयन घरों में साड़ी और तांबे का लोटा पहनाकर घर में ही गुड़ी बनाई जा रही है। गुड़ी पड़वा के दिन ही देवी, श्री राम और हनुमान कुलदेवता का नववर्ष शुरू होता है।