facebookmetapixel
पैसे हैं, फिर भी खर्च करने से डरते हैं? एक्सपर्ट के ये दमदार टिप्स तुरंत कम करेंगे घबराहटGST कटौती के बाद अब हर कार और बाइक डीलरशिप पर PM मोदी की फोटो वाले पोस्टर लगाने के निर्देशJane Street vs Sebi: मार्केट मैनिपुलेशन मामले में SAT की सुनवाई आज से शुरूGratuity Calculator: ₹50,000 सैलरी और 10 साल की जॉब, जानें कितना होगा आपका ग्रैच्युटी का अमाउंटट्रंप के ट्रेड एडवाइजर पीटर नवारो ने BRICS गठबंधन पर साधा निशाना, कहा- यह पिशाचों की तरह हमारा खून चूस रहा हैGold, Silver price today: सोने का वायदा भाव ₹1,09,000 के आल टाइम हाई पर, चांदी भी चमकीUPITS-2025: प्रधानमंत्री मोदी करेंगे यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो 2025 का उद्घाटन, रूस बना पार्टनर कंट्रीGST कट के बाद ₹9,000 तक जा सकता है भाव, मोतीलाल ओसवाल ने इन दो शेयरों पर दी BUY रेटिंग₹21,000 करोड़ टेंडर से इस Railway Stock पर ब्रोकरेज बुलिशStock Market Opening: Sensex 300 अंक की तेजी के साथ 81,000 पार, Nifty 24,850 पर स्थिर; Infosys 3% चढ़ा

FAO रिपोर्ट: भारत में कुपोषण में आई कमी, 3.93 करोड़ लोग कुपोषण से बाहर

नीति आयोग के सदस्य रमेश चंद्र ने इस आंकड़े को विस्तार से समझाते हुए आज कहा कि इस दो अवधियों के दौरान 3.93 करोड़ लोग कुपोषण की स्थिति से बाहर आ गए हैं।

Last Updated- July 30, 2024 | 10:56 PM IST
Malnutrition

संयुक्त राष्ट्र खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) के कुपोषण की व्यापकता (पीओयू) आकलन के अनुसार भारत में कुपोषण कम हुआ है। विश्व में खाद्य सुरक्षा व पौष्टिकता की स्थिति (एसओएफआई 2024) की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार 2021-23 में 13.7 प्रतिशत जनसंख्या कुपोषण से ग्रस्त थी जबकि यह आबादी 2020-23 में 16.6 प्रतिशत थी। लिहाजा यह आंकड़ा भारत के लिए खुशी की खबर है।

नीति आयोग के सदस्य रमेश चंद्र ने इस आंकड़े को विस्तार से समझाते हुए आज कहा कि इस दो अवधियों के दौरान 3.93 करोड़ लोग कुपोषण की स्थिति से बाहर आ गए हैं। दिल्ली में 2 अगस्त को होने वाले कृषि अर्थशास्त्रियों के 32वें सम्मेलन की घोषणा के लिए आयोजित संवाददाता सम्मेलन में चंद ने इस रिपोर्ट पर चर्चा कर रहे थे।

यह अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन करीब 60 साल बाद हो रहा है और इसमें दुनियाभर के 700 प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। यह प्रतिनिधि कृषि से जुड़े समसामयिक मुद्दों जैसे सब्सिडी के बढ़ते बोझ, जलवायु परिवर्तन और पौष्टिकता की बढ़ती चुनौतियों पर चर्चा करेंगे।

चंद के मुताबिक यूएन -एफएओ के नवीनतम आंकड़े केंद्र सरकार के उपलब्ध कराए गए आंकड़ों पर आधारित है। इससे कोविड 19 के बाद भारत में कुपोषण बढ़ने के विवाद पर भी विराम लगेगा।

First Published - July 30, 2024 | 10:55 PM IST

संबंधित पोस्ट