मंगलवार को अहमदाबाद से लंदन के लिए रवाना होने वाली एयर इंडिया (Air India) की एक फ्लाइट तकनीकी खराबी के चलते रद्द कर दी गई। बीते 24 घंटों में एयर इंडिया के विमानों से जुड़ी यह चौथी उड़ान रद्द की गई है। फ्लाइट AI159, जो इससे पहले दिल्ली से अहमदाबाद पहुंची थी, अहमदाबाद-लंदन रूप पर सर्विस फिर से शुरू करने वाली थी। यह अहमदाबाद विमान हादसे के बाद पहली उड़ान होती, जिसमें अहमदाबाद से उड़ान भरने के बाद विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था और 260 से अधिक लोगों की मौत हुई थी। यह विमान 17 जून को दोपहर 1:10 बजे उड़ान भरने वाला था। एयर इंडिया ने कन्फर्म किया है कि प्रभावित यात्रियों को रिफंड दिया जाएगा।
समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में एक यात्री ने कहा, “मैं अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ यात्रा कर रहा था। फ्लाइट रद्द होने पर एयरलाइन की ओर से हमें कोई जवाब नहीं मिला है।”
Flightradar24 के आंकड़ों के मुताबिक, इस रूप पर ऑपरेट होने वाला विमान बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर था। यह वही मॉडल जो हाल ही में अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हुआ था।
यह भी पढ़ें…G7 में ट्रंप का बड़ा बयान, बोले – रूस को वापस लाओ, चीन को भी शामिल करने में नहीं है दिक्कत
एयर इंडिया के फ्लाइट में अलग-अलग दिक्कतों की कई घटनाएं बीते 24 घंटे में सामने आई हैं। मंगलवार को ही एयर इंडिया की फ्लाइट AI-180, जो सैन फ्रांसिस्को से मुंबई जा रही थी, कोलकाता में एक नियोजित ठहराव के दौरान इंजन से जुड़ी तकनीकी दिक्कत आने पर यात्रियों को एहतियातन विमान से उतारा गया।
सोमवार को हांगकांग से दिल्ली आ रही फ्लाइट AI-315 को टेक-ऑफ के तुरंत बाद तकनीकी खामी के संदेह पर लौटना पड़ा। इसी दिन दिल्ली से रांची जा रही एयर इंडिया एक्सप्रेस की सेवा भी तकनीकी दिक्कत के कारण वापस दिल्ली भेज दी गई।
इससे पहले, 13 जून को फुकेत से दिल्ली आ रही फ्लाइट AI-379, जिसमें 156 यात्री सवार थे, बम की धमकी मिलने के बाद आधे रास्ते से लौटनी पड़ी। विमान को सुरक्षित उतारा गया और यात्रियों को उतरने से पहले सुरक्षा जांच की गई।
12 जून को एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 अहमदाबाद से उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। उड़ान के दौरान पायलट की ओर से ‘मेडे कॉल’ (आपातकालीन संदेश) भेजा गया था। इस दुर्घटना में फ्लाइट में सवार 242 में से 241 लोगों की मौत हो गई थी। दुर्घटना स्थल के पास स्थित बीजे मेडिकल कॉलेज हॉस्टल में भी हताहत हुए, जिससे कुल 265 शव बरामद किए गए।
एकमात्र जीवित बचे यात्री, विश्वास कुमार रमेश हैं। विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) ने इस हादसे की जांच शुरू कर दी है और विमान का ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया गया है। इस भीषण त्रासदी के बाद टाटा समूह ने प्रत्येक मृतक के परिवार को ₹1 करोड़ का मुआवजा देने की घोषणा की है।