भारत में विज्ञापनों पर खर्च 2023 में 15.5 फीसदी की वृद्धि के साथ 1.46 लाख करोड़ पर पहुंच जाएगा। एक मीडिया एजेंसी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
ग्रुपएम ने अपने परिदृश्य में कहा कि 2022 में विज्ञापन उद्योग में पिछले साल की तुलना में 15.7 फीसदी वृद्धि का अनुमान है। इसके अनुसार, भारत सबसे तेजी से वृद्धि करने वाले शीर्ष 10 बाजारों में शामिल हो जाएगा और इस साल व्यय के मामले में आठवां सबसे बड़ा बाजार है।
डिजिटल पर भारी खर्च के साथ आधुनिक और ज्यादा लक्षित माध्यम में कुल व्यय का हिस्सा 20 फीसदी वृद्धि के साथ 56 फीसदी हो जाएगा। इसमें कहा गया कि परंपरागत टीवी माध्यम पर विज्ञापन का हिस्सा 31 फीसदी से मामूली गिरावट के साथ 30 फीसदी रह गया।
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विज्ञापन में बढ़े खर्च का 71 फीसदी डिजिटल विज्ञापनों पर और 18 फीसदी टीवी विज्ञापनों पर खर्च किया जाएगा। कंपनी का अनुमान है कि प्रिंट पर विज्ञापन व्यय 2022 के 11 फीसदी से और गिरकर इस साल 10 फीसदी रह जाएगा। हालांकि, प्रिंट विज्ञापन पर कुल खर्च इस साल के 13,519 करोड़ रुपये से बढ़कर 14,520 करोड़ रुपये हो जाएगा।