भारत के हाई-स्ट्रीट बैंक RuPay डेबिट कार्ड पर मर्चेंट डिस्काउंट रेट (MDR) लगाने की मांग कर रहे है। इसके लिए उन्होंने सरकार से कहा है कि अगर सरकार RuPay कार्ड पर MDR लगाने पर सहमत होती है तो उन्हें पेमेंट नेटवर्क सिक्योरिटी बढ़ाने और नए भुगतान समाधान विकसित करने के लिए आवश्यक फंड मिल सकेंगे।
MDR डेबिट और क्रेडिट कार्ड लेनदेन के पेमेंट प्रोसेसिंग के लिए एक व्यापारी से लिया जाता है। वर्तमान में रुपे डेबिट कार्ड के माध्यम से लेनदेन के लिए कोई MDR नहीं है।
इकॉनमिक टाइम्स की खबर के अनुसार, एक वरिष्ठ बैंकर ने कहा कि भारतीय बैंक संघ (IBA) ने भी RuPay डेबिट कार्ड पर MDR की बहाली के लिए वित्त मंत्रालय को एक पत्र लिखा है।
बैंकर ने ईटी से नाम न छापने की शर्त पर कहा, “हमने तर्क दिया है कि एमडीआर आवश्यक है और स्थिरता को बढ़ावा देगा और अत्याधुनिक तकनीकों में निरंतर निवेश को सक्षम करेगा।”
एक अन्य बैंकर ने बताया, ‘आईबीए ने अपने पत्र में यह भी कहा है कि रुपे कार्ड पर एमडीआर की अनुमति देने से बैंकों को रुपे कार्ड जारी करने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा।’
एक सरकारी अधिकारी के अनुसार, पहले भी कई स्टेकहोल्डर्स ने इस बात को कहा है कि शून्य एमडीआर से डिजिटल पेमेंट इकोसिस्टम पर नतारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। उन्होंने आगे कहा कि “ सरकार उन भुगतान प्लेटफार्मों के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है जो किफायती और उपयोगकर्ता के अनुकूल हैं।”