facebookmetapixel
इंडिगो की रद्द उड़ानों से यात्री परेशान, ऑनलाइन ट्रैवल कंपनियों ने रिफंड और रीशेड्यूलिंग में बढ़ाई मददप्राडा के साथ कारीगरों की जुगत, दुनिया भर में गूंजेगी कोल्हापुरी की धमकपीयूष गोयल की दो टूक: अमेरिका के साथ व्यापार समझौते पर कोई तय समय-सीमा नहीं, बातचीत बिना दबाव के आगे बढ़ेगीइंडिगो ने उड़ान रद्द और देरी से प्रभावित यात्रियों को 10,000 रुपये का वाउचर देने का किया ऐलानअब मे​क्सिको का 50% टैरिफ, 1 जनवरी से लागू होंगी नई दरें; निर्यातकों की बढ़ेगी मु​श्किलसंसदीय समिति की सिफारिश: भारत स्मॉल मॉड्यूलर रिएक्टर्स के विकास तेज होएजियास फेडरल लाइफ इंश्योरेंस ने 2028 तक प्रीमियम आय ₹4,000 करोड़ करने का लक्ष्य रखाछोटे शहरों में बिकीं 62% नई हेल्थ बीमा पॉलिसियां, महानगरों को पछाड़ाआरबीआई ने नकद ऋण, करंट अकाउंट और ओवरड्राफ्ट खातों के नए नियम जारी किएरूस से तेल की लोडिंग घटी, रिफाइनर सतर्क लेकिन खरीद जारी

आरबीआई ने नकद ऋण, करंट अकाउंट और ओवरड्राफ्ट खातों के नए नियम जारी किए

ये नियम बैंकों को अधिक मजबूती प्रदान करने के लिए बनाए गए हैं। इन खातों का उपयोग मुख्य रूप से व्यावसायिक और वाणिज्यिक लेन देन के लिए किया जाता है

Last Updated- December 11, 2025 | 10:20 PM IST
RBI

भारतीय रिजर्व बैंक ने नकद ऋण खाते, चालू खाते और ओवरड्राफ्ट खाते खोलने और जारी बनाए रखने के लिए संशोधित नियम जारी किए। ये नियम बैंकों को अधिक मजबूती प्रदान करने के लिए बनाए गए हैं। इन खातों का उपयोग मुख्य रूप से व्यावसायिक और वाणिज्यिक लेन देन के लिए किया जाता है।

संशोधित निर्देश में एक नया अध्याय – नकद ऋण खाते, चालू खाते और ओवरड्राफ्ट खाते का रखरखाव – ऋण अनुशासन को मजबूत करने और लेन देन व धन के उपयोग की बेहतर निगरानी करने में मदद करने से संबंधित है। इन खातों का उपयोग ग्राहक लेन देन के लिए भी कर सकते हैं। इस पर ऋणदाता की ऋण निगरानी से संबंधित चिंताएं हैं।

भारतीय रिजर्व बैंक ने मौजूदा प्रावधानों को मुख्य तौर पर युक्तिसंगत बनाने के लिए 1 अक्टूबर, 2025 को मसौदा निर्देश जारी किए थे। रिजर्व बैंक ने बताया कि बैंकों और अन्य साझेदारों से प्राप्त सुझावों की जांच की गई। फिर संशोधित परिणामों को अंतिम दिशानिर्देशों में उचित रूप से शामिल किया गया है। चालू खाते या ओडी खाते से अलग तरह से नकद उधारी खाते का संचालन किया जाता है।

दरअसल नकद उधारी खाते की प्रकृत्ति प्राथमिक तौर पर कार्यशील पूंजी सुविधा के रूप में है। यह उधार लेने वाले की मौजूदा संपत्ति से जुड़ा होता है। बैंक बिना किसी प्रतिबंध के ग्राहक की जरूरतों के अनुसार नकद ऋण सुविधाएं प्रदान कर सकते हैं।

रिजर्व बैंक ने कहा कि एक बैंक उन ग्राहकों के लिए बिना किसी प्रतिबंध के चालू खाता या ओडी खाता बनाए रख सकता है, जहां ग्राहक को बैंकिंग प्रणाली का कुल एक्सपोजर 10 करोड़ रुपये से कम है।

First Published - December 11, 2025 | 10:16 PM IST

संबंधित पोस्ट