भारतीय रिजर्व बैंक ने वित्त वर्ष 2024-25 अपने भंडार में करीब 59 टन सोना बढ़ाया है, जिससे उसका भंडार बढ़कर 879.59 टन हो गया है। रिजर्व बैंक ने इसमें से 26 टन सोना सितंबर-मार्च के दौरान बढ़ाया है। पिछले 6 महीने में बढ़ाए गए 26 टन सोने में से 24 टन सोना भारत के बाहर बैंक ऑफ इंगलैंड और बैंक ऑफ इंटरनैशनल सेटलमेंट (बीआईएस) के पास रखा गया है। मार्च के अंत तक स्वर्ण भंडार का 58.20 प्रतिशत भारत में रखा गया है जबकि सितंबर 2024 तक 59.72 प्रतिशत सोना भारत में था।
केंद्रीय बैंक द्वारा विदेशी मुद्रा भंडार के प्रबंधन पर अर्धवार्षिक रिपोर्ट के अनुसार स्थानीय रूप से संग्रहीत कीमती धातु की मात्रा मामूली रूप से बढ़कर 511.99 टन हो गई। स्थानीय तिजोरियों में रखे सोने के अलावा 348.62 टन सोना बैंक ऑफ इंगलैंड और बैंक फॉर इंटरनैशनल सेटलमेंट्स (बीआईएस) के पास था और 18.98 टन सोना जमा के रूप में रखा गया था।
मार्च 2023 से रिजर्व बैंक ज्यादा सोना स्थानीय रूप से संग्रहीत कर रहा है और इसकी हिस्सेदारी 38 प्रतिशत से बढ़कर सितंबर 2024 में 59 प्रतिशत हो गई है।
अगर मूल्य (डॉलर में) के हिसाब से देखें तो कुल विदेशी मुद्रा भंडार में सोने की हिस्सेदारी सितंबर 2024 के अंत के 9.32 प्रतिशत से बढ़कर मार्च 2025 के अंत में 11.70 प्रतिशत हो गई।