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Paytm पेमेंट्स बैंक: 29 फरवरी के बाद क्या होगा?

बुनियादी तौर पर मजबूत शेयरों में लंबी अवधि के लिए पैसा लगाने वाले निवेशकों को अभी Paytm से रहना चाहिए दूर

Last Updated- February 12, 2024 | 11:21 PM IST
Paytm Payments Bank

भारतीय रिजर्व बैंक ने वन97 कम्युनिकेशंस (Paytm) की सहायक कंपनी Paytm पेमेंट्स बैंक पर पिछले दिनों सख्त प्रतिबंध लगा दिए। उसका कहना है कि बैंक में निगरानी की लगातार ढिलाई के कारण यह कार्रवाई की गई है और आगे ज्यादा सख्ती की जा सकती है। इस सख्ती और बंदिशों का सीधा असर Paytm इस्तेमाल करने वाले आम लोगों और व्यापारियों पर सबसे ज्यादा होगा।

यूपीआई ग्राहक न हों परेशान

जो लोग रकम के लेनदेन के लिए अभी Paytm की यूपीआई सेवाओं का इस्तेमाल करते हैं, उन पर रिजर्व बैंक की इस कड़ाई का खास फर्क नहीं पड़ेगा। अगर आप ग्राहक हैं तो आपका Paytm यूपीआई हैंडल कंपनी के वॉलेट, Paytm पेमेंट्स बैंक (पीपीबी) के खाते या किसी अन्य बैंक के खाते से जुड़ा हो सकता है।

रिजर्व बैंक के निर्देशों के मुताबिक 29 फरवरी के बाद आप Paytm वॉलेट या पीपीबी खाते में रकम नहीं जोड़ पाएंगे। मोजिला के ग्लोबल प्रोडक्ट पॉलिसी प्रमुख उद्भव तिवारी बताते हैं, ‘मगर आपके वॉलेट में रकम पहले से पड़ी है तो उसका इस्तेमाल आप 29 फरवरी के बाद भी कर पाएंगे।’

रिजर्व बैंक ने मार्च 2022 में Paytm पेमेंट्स बैंक को नए ग्राहक नहीं जोड़ने का आदेश दिया था। तिवारी समझाते हैं, ‘अगर आपका Paytm यूपीआई खाता उस तारीख के बाद बना है तो वह पीपीबी खाते के बजाय किसी दूसरे बैंक के खाते से ही जुड़ा होगा। ऐसी सूरत में आपका Paytm यूपीआई चलता रहेगा।’

सलाहः फरवरी के महीने में जो भी दिन बचे हैं, उनमें Paytm पेमेंट्स बैंक या उसके वॉलेट में नई रकम डालने से परहेज करें। पैसा पूरी तरह महफूज करना है तो पीपीबी खाते या वॉलेट में पड़ी रकम को फौरन खर्च कर दें।

यूपीआई के जरिये भुगतान कर रहे हैं तो भी उसमें पीपीबी खाते या वॉलेट की रकम ही खर्च करें। आप इनमें पड़ी रकम यूपीआई के जरिये किसी दूसरे बैंक खाते में भी भेज सकते हैं।

रिजर्व बैंक के बयानों से लग रहा है कि पीपीबी खाते में पड़ी रकम की निकासी पर वह कोई बंदिश नहीं लगाने जा रहा है। ग्राहक शायद बाद में कितनी भी बार रकम निकाल पाएंगे। फिर भी ऐहतियात के तौर पर आप कोई दूसरी यूपीआई ऐप्लिकेशन अपने फोन पर डाउनलोड कर लें और उसका इस्तेमाल शुरू कर लें।

अगर Paytm की यूपीआई सेवा रोकी जाती है तो आपको भुगतान करने में कोई मुश्किल नहीं होगी। अब बैंक भी अपनी यूपीआई सेवा दे रहे हैं। इसके अलावा गूगल पे, फोनपे, भीम और मोबिक्विक भी नामी यूपीआई सेवा प्रदाता हैं।

व्यापारियों को जोखिम

विशेषज्ञों की मानें तो रिटेलरों या व्यापारियों को Paytm के मामले में ज्यादा जोखिम का सामना करना पड़ सकता है। मान लीजिए किसी किसी दुकानदार के पास Paytm का क्यूआर (क्विक रिस्पॉन्स) कोड है, जिसे स्कैन कर सामान का दाम चुका देते हैं। ज्यादातर दुकानदारों के पीपीबी में अपने नाम से खाते हैं और यह रकम सीधी उन्हीं खातों में चली जाती है।

29 फरवरी के बाद उन खातों में कोई भी रकम जमा नहीं हो पाएगी। कुछ दुकानदार ऐसे भी होंगे, जिनकी रकम पीपीबी खाते के बजाय किसी दूसरे बैंक के खातों में जा रही होगी मगर उनके लिए भी पूरा जोखिम होगा।

दरअसल ग्राहक जब भी क्यूआर कोड के जरिये भुगतान करता है तब रकम सीधे दुकानदार के खाते में नहीं जाती है। पहले यह एक अलग खाते में जमा होती जाती है। दिन पूरा होने पर या एक तय सीमा तक रकम जमा हो जाने पर हिसाब-किताब लगाया जाता है और जमा हुई रकम व्यापारी के खाते में चली जाती है। फिलहाल Paytm ऐसे निपटान के लिए पीपीबी खाते का इस्तेमाल करती है। इसलिए ऐसे लेनदेन पर भी असर पड़ेगा। Paytm अब दूसरे बैंकों के साथ समझौते करने की कोशिश में है। निपटान से पहले रकम उन्हीं बैंकों के खातों में जमा की जाएगी।

Paytm के हैंडल जिन दुकानदारों के पास हैं, उन्हें वह दूसरे बैंकों के खातों (पीपीबी खातों के बजाय) में पोर्ट करने यानी भेजने पर भी विचार कर रही है ताकि ग्राहक के पास से गई रकम उन खातों में जमा होती रहे और क्यूआर कोड चलता रहे। मगर जानकारों के मुताबिक 29 फरवरी तक ऐसा करना बहुत मुश्किल होगा क्योंकि Paytm चला रहे दुकानदारों की तादाद बहुत ज्यादा है।

दुकानदारों के लिए ग्राहक गंवाने का जोखिम सबसे ज्यादा है। उनके ग्राहक अगर डिजिटल भुगतान करना चाहते हों और दुकानदार 29 फरवरी के बाद ऐसा भुगतान नहीं ले पाया तो जाहिर तौर पर ग्राहक उसकी दुकान पर आना बंद कर देंगे।

सलाह: डिजिटल लेनदेन जारी रखना है तो दुकानदारों को विकल्प तलाशने होंगे। किसी दूसरे फिनटेक प्लेटफॉर्म से नया क्यूआर कोड लेना समझदारी होगी। फोनपे, गूगल पे, पाइन लैब्स जैसी कंपनियां इस तरह की सेवाएं देती हैं। इसलिए बेहतर यही होगा कि Paytm की दिक्कत दूर होने का इंतजार करने के बजाय वैकल्पिक सेवा इस्तेमाल करना शुरू कर दे।

पीपीबी ग्राहकों को परेशानी

रिजर्व बैंक ने Paytm पेमेंट्स बैंक को जो लाइसेंस जारी किया है, उसकी शर्तों के मुताबिक पीपीबी कर्ज के मामले में कोई जोखिम नहीं ले सकता यानी दूसरे बैंकों की तरह कर्ज और क्रेडिट कार्ड नहीं दे सकता। इसके अलावा पेमेंट्स बैंकों को जमा के तौर पर अपने पास आई रकम का 75 फीसदी हिस्सा सांविधिक तरलता अनुपात (एसएलआर) के रूप में सरकारी बॉन्डों में लगाना पड़ता है।

बाकी 25 फीसदी रकम दूसरे वाणिज्यिक बैंकों की सावधि जमा योजनाओं में रखना होता है। सेबी में पंजीकृत निवेश सलाहकार और सहजमनी के संस्थापक अभिषेक कुमार कहते हैं, ‘पेमेंट्स बैंक में डिफॉल्ट होने की आशंका बहुत कम रहती है।’

सलाह: अगर नियामक को लगता है कि बैंक अनुपालन के किसी बड़े नियम का उल्लंघन कर रहा है और बार-बार आगाह करने के बाद वह उस पर सख्त कार्रवाई करता है तो नतीजा बिल्कुल साफ होता है। कुमार की सलाह है, ‘रिजर्व बैंक की इस सख्त कार्रवाई को देखते हुए बैंक ग्राहकों को सलाह दी जाती है कि वे समय से यानी 29 फरवरी से पहले उसमें पड़ी अपनी पूरी रकम किसी दूसरे बैंक में डाल दें और तब तक दूसरे बैंक में ही रहने दें, जब तक या मामला सुलझ नहीं जाता।’

शेयर निवेश में जोखिम

विश्लेषकों को लगता है कि रिजर्व बैंक की यह कार्रवाई वन97 कम्युनिकेशंस के शेयर के लिए बड़े झटके की तरह है। स्वतंत्र इक्विटी विश्लेषक अंबरीश बालिगा का कहना है, ‘कंपनी की कॉरपोरेट प्रशासन के तरीकों पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। ग्राहकों के भरोसे को भी झटका लगा है। व्यापारियों पर भी इसका असर पड़ेगा। इस बीच दूसरी कंपनियां जोर-शोर से फायदा उठाने में जुटी हैं। इससे Paytm के पूरे ब्रांड को नुकसान हुआ है।’

किसी अन्य पेमेंट्स बैंक के पास खाते खोल लिए गए और सेवाएं पहले की तरह ही चलती रहीं तब भी Paytm को ग्राहक गंवाने पड़ सकते हैं। बालिगा को लगता है, ‘इन घटनाओं के बाद Paytm को मुनाफा कमाने की हालत में पहुंचने में और भी देर हो सकती है।’

सलाह: बुनियादी तौर पर मजबूत शेयरों में लंबे अरसे के लिए निवेश करने वालों को सतर्कता बरतने की जरूरत है। बालिगा कहते हैं, ‘कॉरपोरेट प्रशासन पर सवालिया निशान लग गया है। इसलिए मुझे नहीं लगता कि गंभीर निवेशक शेयर में लंबे समय के लिए इसके शेयर में निवेश करेंगे।’ मगर ट्रेडर खबरें देखकर इस उम्मीद में दांव खेल सकते हैं कि इसका शेयर जल्द ही चढ़ने लगेगा।

First Published - February 12, 2024 | 11:21 PM IST

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