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Paytm Payments Bank को रियायत नहीं, निर्णय ग्राहकों के हितों को ध्यान में रखकर लिया गया

Paytm Crisis : RBI ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक के खिलाफ कार्रवाई पर पुनर्विचार से किया इनकार

Last Updated- February 12, 2024 | 11:09 PM IST
Paytm Payments Bank

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज पेटीएम पेमेंट्स बैंक के खिलाफ की गई कार्रवाई पर किसी भी तरह के पुनर्विचार से इनकार किया। उन्होंने कहा कि यह निर्णय पेटीएम पेमेंट्स बैंक के कामकाज के व्यापक मूल्यांकन और ग्राहकों के हितों को ध्यान में रखकर लिया गया है। 

आरबीआई के केंद्रीय निदेशक मंडल की बैठक के बाद संवाददाताओं को संबोधित करते हुए दास ने कहा, ‘इस समय मैं स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक के मामले में फैसले पर दोबारा विचार नहीं होगा। यदि आप निर्णय की समीक्षा की उम्मीद कर रहे हैं तो मैं यह स्पष्ट कर दूं कि इसकी कोई समीक्षा नहीं होगी।’ 

उन्होंने कहा, ‘अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों की सूची में जमाकर्ताओं और वॉलेट, फास्टैग के उपयोगकर्ताओं को होने वाली समस्याओं से संबंधित सवालों के जवाब होंगे।’ 

उन्होंने कहा, ‘जब हम कोई निर्णय लेते हैं तो उसके गुण-दोष पर व्यापक चर्चा की जाती है और सभी पहलुओं का मूल्यांकन किया जाता है। ऐसे निर्णय अनायास नहीं लिए जाते हैं। यह निर्णय काफी गंभीरता से सार्वजनिक हित में लिए गए हैं।’ 

आरबीआई ने 31 जनवरी पेटीएम पेमेंट्स बैंक के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए उसे 29 फरवरी के बाद किसी भी ग्राहक खाते, वॉलेट, फास्टैग और अन्य उत्पादों में जमा या भुगतान स्वीकार करना बंद करने का निर्देश दिया था। बैंक के खिलाफ यह कार्रवाई लगातार नियमों का अनुपालन नहीं करने और निगरानी में ढिलाई बरतने  के कारण की गई थी। 

दास ने कहा कि वह किसी भी फिनटेक कंपनी के खिलाफ नहीं हैं और चाहते हैं कि इस क्षेत्र का विकास हो। मगर बैंकिंग नियामक का प्राथमिक उद्देश्य ग्राहकों और जमाकर्ताओं के हितों की रक्षा करना है। उन्होंने कहा, ‘फिनटेक क्षेत्र की महत्त्वपूर्ण जिम्मेदारी होती है क्योंकि उसके प्लेटफॉर्म पर लाखों ग्राहक आते हैं और उनके वॉलेट में पैसा रखते हैं। अगर आप नियामकीय तरीके से काम करते हैं तो कारोबार चलाने के लिए कुछ नियम-कायदे का पालन करना होता है।’

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आरबीआई के केंद्रीय निदेशक मंडल को संबोधित किया। बजट के बाद इस तरह की बैठक की परंपरा रही है। निदेशकों ने वित्त मंत्री को बजट के प्रस्तावों को लेकर सराहना की और अपने विचार साझा किए। दास ने कहा कि बाजार अनुमान से कम सरकारी उधारी निजी क्षेत्र के लिए पूंजी की उपलब्धता बढ़ाएगी। इससे मुद्रास्फीति में कमी आएगी और आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा मिलेगा। 

केंद्रीय बैंक ने ताजा कार्रवाई में पेटीएम पेमेंट्स बैंक से 29 फरवरी के बाद किसी भी ग्राहक खाते, प्रीपेड उत्पादों, वॉलेट, फास्टैग आदि में जमा या भुगतान स्वीकार नहीं करने के लिए कहा है। मगर ब्याज जमा करने, कैशबैक या रिफंड की अनुमति दी गई है। इसके साथ ही ग्राहकों को अपने खातों से शेष राशि की निकासी या उपयोग की अनुमति भी दी गई है।

First Published - February 12, 2024 | 11:09 PM IST

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