जानकारी यह है कि पूरे विश्व में 2008 में किसी और साल की तुलना में अधिक ही बर्फ पिघली है। साल 2008 में इस पिघलन से भारतीय पूंजी बाजार भी अछूता नहीं रहा है।
लगभग पूरे साल ही सेंसेक्स लाल रंग में रंगा रहा और सितंबर में अमेरिका में जन्मे वैश्विक वित्तीय बाजार के संकट का असर यहां के बाजारों में भी रहा जिसने इस लाल रंग को और गहरा कर दिया।
इस संकट का दायरा केवल सेंसेक्स तक ही सीमित नहीं रहा, इक्विटी म्युचुअल फंड भी इससे उतने ही प्रभावित हुए। हालांकि तरलता के संकट ने फंडों के इस कमजोर प्रदर्शन में अब तक कोई भूमिका नहीं निभाई है। वे केवल बाजार में आई मंदी को मूकदर्शक बने निहार भर रहे हैं।
8 जनवरी 2008 से लेकर 21 अक्टूबर 2008 तक किसी भी इक्विटी डायवर्सिफाइड फंड ने सकारात्मक रिटर्न नहीं दिया है। हम सोचते हैं कि यहां यह देखना रोचक होगा किस फंड को इस दौरान कितनी मार पड़ी। यहां हम इस साल सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले पांच इक्विटी डायवर्सिफाइड फंड के बारे में बता रहे हैं
जेएम इमर्जिंग लीडर्स
जेएम इमर्जिंग लीडर्स का साल 2008 का प्रदर्शन इसके नाम के बिलकुल विपरीत रहा। यह इस साल सबसे खराब प्रदर्शन करने वाला फंडों में रहा है। यह फंड उभरती हुई कंपनियों में निवेश करता है। इससे साफ है कि उसका स्मालकैप में एक्सपोजर अधिक है।
कुल मिलाकर भले ही इस फंड का हालिया प्रदर्शन बेहतर न हो, पर इसमें काफी संभावनाएं हैं। भविष्य में यह उभरती हुई कंपनियों में निवेश के रास्ते पर चलकर विजेता बनकर सामने आ सकता है।
जेएम स्माल व मिडकैप रेगुलर
मिड और स्माल कैप को लेकर इस फंड का नजरिया काफी व्यापक है, लेकिन यह अभी भी विशुध्द मिड और स्मालकैप कंपनियों में निवेश कर रहा है। गिरते बाजार में लीक से हटकर चलने में इसके द्वारा दिखाई जा रही अनिच्छा के चलते इसका प्रदर्शन बेहद खराब रहा है। इसके नुकसान की भरपाई मिडकैप सेगमेंट में एक रैली के जरिए हो सकती है। अगर हम बाजार के नजरिए की बात करें तो इस फंड का भविष्य अंधकारमय है।
जेएम बेसिक
बाजार के सांप सीढ़ी के खेल में एक और जेएम फंड नीचे जा रहा है। अच्छे समय में यह फंड बेहद प्रभावित कर रहा था। बाद में इसे अपनी लकीर से चिपके रहने का खामियाजा भुगतना पड़ा। इसके फंड मैनेजर ने सेक्टर एलोकेशन में काफी बहादुरी दिखाई।
नतीजन इसका कंस्ट्रक्शन और बेसिक इंजीनियरिंग में अच्छा खासा एक्सपोजर हो गया है। हालांकि जेएम बेसिक की ख्याति हमेशा से ही ऊंची जोखिम और ऊंचा रिटर्न देने वाले फंड के रूप में ही रही है।
मैग्नम मिडकैप
सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले फंडों में मैग्नम मिडकैप का चौथा स्थान है। यह फंड निफ्टी के अंतिम स्टॉक से कम कैपिटेलाइजेशन वाली कंपनियों में निवेश करता रहा है।
बाजार में तेजी के दौर में इसका प्रदर्शन फंडों के औसत प्रदर्शन से बेहतर रहा, लेकिन बाजार के गिरावट की अंधी सुरंग में जाने के बाद से ही यह फंड लगातार नीचे जा रहा है। मिडकैप और स्मालकैप शेयरों का ऊंची जोखिम वाला पोर्टफोलियो रखने के कारण यह फंड आने वाले समय में अपने निवेशकों के धैर्य की खासी परीक्षा लेगा।
जेएम हाई-फाई
सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले पांच फंडों में शामिल जेएम के चौथे फंड का नाम है जेएम हाई-फाई है। यह एक थीमेटिक फंड है जिसके वित्तीय सेवा और इंफ्रास्ट्रक्चर पसंदीदा सेक्टर हैं। इसके फंड मैनेजर द्वारा अपनाई गई आक्रमक रणनीति इसके किसी काम नहीं आई। हां, इसने जोखिम जरूर बढ़ाई हैं।
दोनों थीम इस समय बिकवाली का गहरा दबाव झेल रही हैं।इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में आई मंदी और वित्तीय बाजार में व्याप्त तरलता के संकट के कारण यह फंड आने वाले समय में भी कमजोर प्रदर्शन करने वाला फंड बना रहेगा।