वैश्विक आर्थिक संकट की वजह से बाजारों का भट्ठा बैठ रहा है और उन्हें दो अंकों में नुकसान झेलना पड़ा है। जाहिर है, इसकी वजह से बाजार दो साल के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया है।
निफ्टी 15.9 फीसद गिरकर 2,584 अंक पर बंद हुआ, जबकि सेंसेक्स में 12.8 फीसद और डेफ्टी में 17.8 फीसद की गिरावट दर्ज की गई। रुपया डॉलर के मुकाबले इतना गिरा कि रिकॉर्ड बन गया। एक डॉलर की कीमत 50 रुपये से भी ज्यादा हो गई।
चारों ओर निराशा और धुंध के माहौल में उम्मीद की किरण केवल सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) उद्योग में ही दिखाई दे रही है। विदेशी संस्थागत निवेशक अब भी अंधाधुंध बिकवाली में जुटे हैं। हालांकि घरेलू फंड शेयर खरीद रहे हैं, लेकिन बिकवाली के मुकाबले लिवाली नाकाफी है। बीएसई 500 में 13.6 फीसद की गिरावट देखी गई और जूनियर भी 12.1 फीसद फिसल गया।
नजरिया
बाजार में गिरावट अटकलों से भी ज्यादा रही है। फिसले महीने शॉर्ट कवरिंग की उम्मीद तो है, लेकिन बाजार कुछ ही समय के लिए संभल पाएगा और 3,000 के स्तर तक कीमतें आ सकती हैं। लेकिन बिकवाली अगर जारी रहती है, तो बाजार 2,400 के स्तर तक लुढ़क सकता है। बाजार में उतार चढ़ाव 2,400 से 3,000 के बीच रह सकता है।
दलील
अगले हफ्ते दो प्रभावी सत्र होंगे क्योंकि दिवाली पर कारोबार सांकेतिक ही होगा। शॉर्ट कवरिंग अच्छी मात्रा में होगी। लेकिन बिकवाली की वजह से गिरावट का रुख दिख सकता है। वॉल्यूम में इजाफा और उतार चढ़ाव बरकरार रहने की आशंका है। 2,950 से 3,050 के बीच रेजिस्टेंस बहुत कम दिखा है। लेकिन अगर शॉर्ट कवरिंग होती है, तो इस पर भी प्रतिकूल असर पड़ेगा। गिरावट के दौर में सपोर्ट का आकलन करना बहुत मुश्किल है।
दूसरा नजरिया
कारोबार के दौरान कम से कम एक सत्र हड़बड़ी भरा रह सकता है, जिसमें पूरी तरह बिकवाली का जोर रहेगा यानी हर कोई बिकवाली की होड़ में लगा रहेगा। इसकी वजह से निफ्टी 2350 से 2400 के स्तर तक गिर सकता है। जैसा कि पहले ही कहा जा चुका है कि सपोर्ट का अंदाजा लगाना बेहद मुश्किल है। 12 अगस्त को 4696 के उच्चतम स्तर के बाद से लगातार 10 हफ्ते तक गिरावट का दौर रहा है और यह दो हफ्ते तक और जारी रह सकता है।
तेजड़िए और मंदड़िए
रुपये के कमजोर होने की वजह से आईटी क्षेत्र खुशनुमा है। बाकी सभी क्षेत्र लड़खड़ा रहे हैं और बैंकिंग तथा रियल्टी को तो कमर ही टूटती महसूस हो रही है। कुल मिलाकर रिफाइनरी, धातु, इंजीनियरिंग और दूरसंचार क्षेत्र की कंपनियां भी कांप ही रही हैं। आईटी के अलावा सब कुछ लुढ़क रहा है और आईटी के शेयर ही अच्छी हालत में हैं।
ऐसी हालत में शेयरों को दो वर्गों में बांटा जाना चाहिए। एक वर्ग में ऐसे शेयर रखे जाएं, जिनमें ज्यादा गिरावट आ सकती है। दूसरे वर्ग में वे शेयर होंगे, जो निम्नतम स्तर तक पहुंच चुके हैं और शॉर्ट कवरिंग में वे उबर सकते हैं। बैंकों में एसबीआई, पीएनबी और आईसीआईसीआई में और गिरावट आ सकती है। लेकिन ऐक्सिस बैंक सुधर सकता है।
वाहन कंपनियों में बजाज शायद निम्नतम स्तर पर आ गया है, हीरो होंडा को सपोर्ट अच्छा मिल रहा है, लेकिन महिंद्रा ऐंड महिंद्रा, मारुति और कलपुर्जे बनाने वाली भारत फोर्ज के शेयर अभी और गिर सकते हैं। रियल एस्टेट की हालत पतली है। एफएमसीजी कंपनियों में एचयूएल, आईटीसी और डाबर में गिरावट है।
भारती एयरटेल
मौजूदा भाव : 537 रुपये
लक्ष्य : 450 रु. (मंदी) 650 रु. (तेजी)
शेयर का भाव भारी बिकवाली और शॉर्ट कवरिंग के बीच 450 से 650 रुपये के बीच झूल सकता है। सोमवार को भाव निचले स्तर पर खुल सकता है, लेकिन बाद में रिकवरी हो सकती है। 550 रुपये पर शॉर्ट जाएं। बुधवार को जबरदस्त उछाल मिल सकता है।
हीरो होंडा
मौजूदा भाव : 729 रुपये
लक्ष्य : 770 रुपये
बिकवाली हो रही है, लेकिन उच्चतम स्तर पहले ही मिल चुका है। शॉर्ट कवरिंग की वजह से भाव 770 रुपये तक पहुंच सकता है। 765 रुपये के ऊपर कवरिंग करें।