इस सप्ताह बाजार में काफी उठा-पटक के साथ सूचकांक बढ़ोतरी पर बंद हुआ। निफ्टी 3.03 प्रतिशत की तेजी केसाथ 2,973 अंकों पर और सेंसेक्स 1.8 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 9,964 अंकों पर बंद हुआ।
रुपये में तेजी से सुधार के साथ ही डेफ्टी में भी 6.7 प्रतिशत की तेजी देखने को मिली। ज्यादा शेयर चढ़े जबकि कम गिरे।
नजरिया:
दिन केकारोबार में अनिश्चितता केवाबजूद बाजार में 2,850 से 3,250 अंकों के बीच कारोबार हुआ और इसने किसी भी तरफ कोई निर्णायक ब्रेकआउट का रुख नहीं किया। हालांकि बाजार के 2,850 से 3,250 अंकों के बीच रहने की पूरी संभावना है।
दलील:
बाजार अभी उस कारोबार की स्थिति में है जो इस समय और वर्ष 2006 में था। इस तरह के भाव अंतिम बार देखे गए थे। फिलहाल ब्रेकआउट केलिए वॉल्यूम में जबरदस्त विस्तार की जरूरत है। हालांकि इंटरमीडिएट डाउन ट्रेंड में भले ही परिपक्वता आई हो लेकिन गिरावट के बावजूद बाजार में ऊहापोह की स्थिति है।
दूसरी दलील:
अगर 2,850 अंकों केनीचे ब्रेकआउट होता है तो अगला बड़ा सपोर्ट 2,250 अंकों के नीचे मिलेगा और उसके नीचे सपोर्ट केआसार कम हैं। डाउनसाइड रिस्क काफी अहम है। बढ़त की जहां तक बात है तो 3,250 के बाहर कोई भी ब्रेकआउट बाजार को 3,550-3,600 अंकों तक पहुंचा सकता है लेकिन कड़े प्रतिरोध का सामना करना पडेग़ा।
तेजड़िया और मंदड़िया:
बाजार की दशा-दिशा और विदेशी संस्थागत निवेशकों केरुख में परस्पर संबंध हैं। जब विदेशी संस्थागत निवेशक बाजार में बिकवाली या खरीददारी करते हैं तो बाजार ऊपर या नीचे जाता है। रुपये की कीमत में उतार-चढ़ाव का भी गहरा संबंध है क्योंकि जब विदेशी संस्थागत निवेशक खरीद करते हैं तो रुपये में मजबूती आती है। आईटी के शेयरों और मजबूत रुपये में विरोधाभास है।
गेल
मौजूदा मूल्य: 213.85 रुपये
लक्ष्य: 240 रुपये
गेल को 200 रुपये के स्तर पर जबरदस्त सपोर्ट मिला है। अगर मौजूदा कारोबारी पैटर्न मौजूद रहता है तो गेल 240 रुपये केस्तर तक रिकवर कर सकता है। हालांकि 225 रुपये के स्तर पर इसे प्रतिरोध का सामना करना पड़ सकता है।
जीएमआर इंफ्रा
मौजूदा मूल्य: 67.25 रुपये
लक्ष्य: 82 रुपये
अधिक वॉल्यूम के साथ शेयर बेहतर तरीके से अपनी वापसी कर रहा है। अगर यह 70 रुपये केस्तर पर बंद होता है तो यह ब्रेकआउट करेगा।