जीवन बीमा परिषद के आंकड़ों के अनुसार भारतीय जीवन बीमा उद्योग के नए कारोबार प्रीमियम (एनबीपी) में मई 2024 में सालाना आधार पर 15.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई और इसके साथ ही सभी क्षेत्रों में वृद्धि के संकेत भी मिले।
उद्योग ने मई 2024 में 27,034.2 करोड़ रुपये मूल्य बतौर प्रीमियम कमाए जबकि एक साल पहले की अवधि में यह राशि 23,477.8 करोड़ रुपये थी।
वहीं भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) का प्रीमियम मई 2024 में 18.7 प्रतिशत बढ़कर 16,690 करोड़ रुपये हो गया जो एक साल पहले 14,056.3 करोड़ रुपये था। निजी बीमा कंपनियों ने पहले साल के प्रीमियम में 9.8 प्रतिशत की सालाना वृद्धि दर्ज की जो 9421.51 करोड़ रुपये से बढ़कर 10,343.8 करोड़ रुपये हो गई।
जीवन बीमा उद्योग का समूह प्रीमियम वर्ग, सालाना आधार पर 13.14 प्रतिशत बढ़कर 16,766.71 करोड़ रुपये हो गया। एलआईसी के कुल समूह प्रीमियम योजनाओं में 20.9 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई, जो एक साल पहले की अवधि में 10,448.74 करोड़ रुपये से बढ़कर 12,632.26 करोड़ रुपये हो गई।
उद्योग का प्रीमियम मई में 18.6 प्रतिशत बढ़कर 10,267.4 करोड़ रुपये हो गया। निजी जीवन बीमा कंपनियों ने मई में 23 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की जिनकी इस क्षेत्र में अधिक हिस्सेदारी है और ये पिछले साल की समान अवधि के 5051.29 करोड़ रुपये की तुलना में मई महीने में 6209.3 करोड़ रुपये हो गई।
भारत की सबसे बड़ी निजी बीमाकर्ता कंपनी, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस के नए कारोबार प्रीमियम में 2.48 प्रतिशत की मामूली गिरावट दर्ज की गई जो 2414.13 करोड़ रुपये से घटकर 2354.33 करोड़ रुपये हो गई। एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस का प्रीमियम सालाना आधार पर 13.98 प्रतिशत बढ़कर 2270.88 करोड़ रुपये हो गया।
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस में सालाना आधार पर 32.63 प्रतिशत की वृद्धि हुई जो 1317.75 करोड़ रुपये हो गई जबकि मैक्स लाइफ इंश्योरेंस ने 23.25 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 673.88 करोड़ रुपये के आंकड़े अपने नाम दर्ज किए। मई 2024 में बीमाकर्ता द्वारा जारी पॉलिसियों की संख्या में सालाना आधार पर 12.45 प्रतिशत की वृद्धि हुई और इनकी संख्या मई 2023 में बेची गई 17 लाख पॉलिसी के मुकाबले 19 लाख हो गई।