facebookmetapixel
Q2 नतीजों के बाद Tata Group के इस शेयर पर ब्रोकरेज की नई रेटिंग, जानें कितना रखा टारगेट प्राइससोना हुआ सुस्त! दाम एक महीने के निचले स्तर पर, एक्सपर्ट बोले – अब बढ़त तभी जब बाजार में डर बढ़ेमॉर्गन स्टैनली का बड़ा दावा, सेंसेक्स जून 2026 तक 1 लाख तक पहुंच सकता है!SBI का शेयर जाएगा ₹1,150 तक! बढ़िया नतीजों के बाद ब्रोकरेज ने बनाया टॉप ‘BUY’ स्टॉकEPFO New Scheme: सरकार ने शुरू की नई PF स्कीम, इन कर्मचारियों को होगा फायदा; जानें पूरी प्रक्रियाNavratna Railway कंपनी फिर दे सकती है मोटा रिवॉर्ड! अगले हफ्ते डिविडेंड पर होगा बड़ा फैसलाक्रिस कैपिटल ने 2.2 अरब डॉलर जुटाए, बना अब तक का सबसे बड़ा इंडिया फोक्स्ड प्राइवेट इक्विटी फंडStock Market Holiday: गुरु नानक जयंती के मौके पर NSE-BSE में आज नहीं होगी ट्रेडिंग; देखें अगली छुट्टी कब हैPaytm Q2 Results: दूसरी तिमाही में ₹21 करोड़ का मुनाफा, राजस्व में 24% की उछालबिहार विधानसभा चुनाव का असर: श्रमिकों की कमी से ठिठका उद्योग-जगत का पहिया

उद्योग जगत को UPI बाजार हिस्सेदारी 30 प्रतिशत तक सीमित किए जाने का इंतजार

इस समय Google Pay और वालमार्ट के PhonePe जैसे तीसरे पक्ष के ऐप प्रदाताओं (टीपीएपी) के पास UPI आधारित लेनदेन में 85 प्रतिशत की हिस्सेदारी है।

Last Updated- April 21, 2024 | 2:52 PM IST
Big relief to UPI Lite users, now they can transfer money directly from wallet to bank account UPI Lite यूजर्स को बड़ी राहत, अब वॉलट से सीधे बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर सकेंगे पैसा

भुगतान उद्योग को NPCI द्वारा UPI बाजार हिस्सेदारी को 30 प्रतिशत तक सीमित करने का इंतजार है। ऐसा करने की विस्तारित समय सीमा एक जनवरी के नजदीक आने के साथ ही उद्योग जगत की अन्य कंपनियां बाजार हिस्सेदारी हासिल की तैयारी कर रही हैं।

भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) ने दिसंबर 2022 में तीसरे पक्ष के यूपीआई डिजिटल भुगतान लेनदेन में 30 प्रतिशत की समयसीमा को दो साल बढ़ाकर दिसंबर 2024 कर दिया था। इस समय गूगल पे और वालमार्ट के फोनपे जैसे तीसरे पक्ष के ऐप प्रदाताओं (टीपीएपी) के पास यूपीआई आधारित लेनदेन में 85 प्रतिशत की हिस्सेदारी है।

NPCI एकीकृत भुगतान इंटरफेस (UPI) का संचालन करता है। सूत्रों ने कहा कि एक विकल्प यह हो सकता है कि यूपीआई लेनदेन में 30 प्रतिशत से अधिक बाजार हिस्सेदारी रखने वालों के लिए नए ग्राहकों को जोड़ना बंद कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि इसे चरणबद्ध तरीके से किया जा सकता है ताकि उपयोगकर्ताओं पर कोई प्रभाव न पड़े।

Also read: UPI इकोसिस्टम में PhonePe और Google Pay का बढ़ रहा एकाधिकार? NPCI उठाने जा रही यह कदम

सूत्रों ने कहा कि NPCI अगले कुछ महीनों में इस पर कुछ स्पष्टता दे सकता है, ताकि किसी भी व्यवधान से बचा जा सके। एक वरिष्ठ बैंकर के अनुसार जब दो कंपनियां (गूगल पे और फोनपे) इतनी अधिक बाजार हिस्सेदारी हासिल कर लेते हैं, तो अव्यवस्था और विफलता का जोखिम बढ़ जाता है। प्रतिस्पर्धा कानूनों में विशेषज्ञता रखने वाले वरिष्ठ वकील संजीव शर्मा ने कहा कि एक बार एकाधिकार हासिल हो जाने के बाद ये कंपनियां भारी रिटर्न के साथ अपने निवेश को वापस पाने के लिए अपनी सेवाओं का उपयोग करके मौद्रीकरण करती हैं।

First Published - April 21, 2024 | 2:52 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)

संबंधित पोस्ट